Shiv Temple Crowd Incident: सावन के तीसरे सोमवार को लखीमपुर खीरी की गोला गोकर्णनाथ नगरी में उमड़े भक्तों के बीच मचा हड़कंप! अचानक भगदड़ से चीख-पुकार मच गई। क्या प्रशासन की लापरवाही बनी हादसे की वजह? कई श्रद्धालु घायल, लेकिन मौत के मुंह से निकल आए… 

Lakhimpur Kheri Sawan Crowd: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में स्थित प्रसिद्ध शिवधाम गोला गोकर्णनाथ मंदिर में सावन के तीसरे सोमवार को एक दर्दनाक दृश्य सामने आया। हजारों की संख्या में उमड़े श्रद्धालुओं के बीच अशोक चौराहे पर अचानक भगदड़ मच गई, जिससे कई लोग घायल हो गए। हालांकि अभी तक किसी जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है, पर हालात बेहद चिंताजनक और सवालों से भरे हैं।

क्या प्रशासन कर पाया हालात पर काबू?

इस दौरान स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल उठे हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि न तो भीड़ नियंत्रण के पुख्ता इंतजाम थे, न ही प्रशासन का व्यवहार श्रद्धालु-मैत्री था। कई लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं से अभद्र भाषा में बात कर रहे थे, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति और भयानक हो गई।

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बैरिकेडिंग बनी हादसे की वजह?

घटना के दौरान बैरिकेडिंग की कमजोर व्यवस्था भी सामने आई। कई प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अगर थोड़ी और भीड़ आ जाती तो हादसा बड़ा हो सकता था। इस अव्यवस्था ने प्रशासन की सतर्कता और योजना पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

श्रद्धा की शक्ति या अव्यवस्था की हार?

गोला गोकर्णनाथ मंदिर को "छोटी काशी" कहा जाता है, और सावन में यहां दूर-दराज से श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या प्रशासन हर साल इसी तरह भीड़ के सामने असहाय रहेगा? क्या श्रद्धालुओं की सुरक्षा केवल भाग्य के भरोसे है?

कई घायल, बड़ी घटना टली-लेकिन कब तक?

हालांकि इस बार बड़ी घटना टल गई, लेकिन यह लापरवाही भविष्य में गंभीर नतीजे ला सकती है। स्थानीय नागरिक और श्रद्धालु अब प्रशासन से जवाब मांग रहे हैं-क्या सावन के अगले सोमवार से पहले व्यवस्था सुधर पाएगी?