UP Gold-Silver Rate Today 18 July 2025: सावन में सोने की कीमतों में गिरावट जारी है, जबकि चांदी के भाव स्थिर हैं। लखनऊ, नोएडा, वाराणसी समेत यूपी के शहरों में 24 कैरेट सोना ₹96,650 और चांदी ₹1,24,000 प्रति किलो रही। जानें ताज़ा रेट।
Gold price today UP: सावन का महीना शुरू होते ही जहां धार्मिक आयोजनों की रौनक बढ़ रही है, वहीं सर्राफा बाजार में भी हलचल नज़र आने लगी है। खासकर सोने-चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव ने आम खरीदारों और निवेशकों दोनों को सतर्क कर दिया है। 16 जुलाई को उत्तर प्रदेश के कई शहरों में सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई है, जबकि चांदी की दरें फिलहाल स्थिर बनी हुई हैं।
उत्तर प्रदेश में कहां कितना महंगा है सोना?
18 जुलाई को प्रदेश के प्रमुख शहरों में 24 कैरेट सोना लगभग ₹96,650 प्रति 10 ग्राम के भाव पर पहुंच गया, वहीं 22 कैरेट सोना ₹92,050 प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया। लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, अयोध्या, वाराणसी, गोरखपुर और आगरा जैसे शहरों में लगभग यही औसत रेट रहे। चांदी की बात करें तो एक किलोग्राम चांदी ₹1,24,000 में बिक रही है। हालांकि यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि ज्वेलर और शहर के हिसाब से इन भावों में थोड़ा-बहुत अंतर हो सकता है।
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कीमतें क्यों गिर रही हैं?
विशेषज्ञ मानते हैं कि बीते कुछ हफ्तों में वैश्विक बाजार में आई नरमी, डॉलर की मज़बूती और घरेलू मांग में कमी के चलते सोने की कीमतों में यह गिरावट देखने को मिली है। यह भी संभव है कि यह गिरावट ₹95,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच जाए। हालांकि, यह स्थायी रुझान नहीं है — कीमतें फिर ऊपर भी जा सकती हैं। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे बाजार की चाल को बारीकी से समझें।
क्या चांदी में भी बदलाव होगा?
जहां सोना गिरावट का सामना कर रहा है, वहीं चांदी अब तक स्थिर बनी हुई है। इसकी एक वजह उद्योगों में चांदी की लगातार मांग है, जो इसे टिकाए रखे हुए है। हालांकि अगर वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला या डॉलर में कोई बड़ा बदलाव होता है, तो चांदी की कीमतें भी प्रभावित हो सकती हैं।
खरीदारी करने का यह सही वक्त है या नहीं?
जो लोग सोने में निवेश की सोच रहे हैं, उनके लिए यह गिरावट एक अवसर हो सकती है। लेकिन विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि केवल कीमत कम होने से ही खरीदारी न की जाए, बल्कि बाज़ार के भविष्य के ट्रेंड और अपनी जरूरत को ध्यान में रखकर ही फैसला लें।
सर्राफा बाजार का रुख सावन के महीने में लोगों की भावनाओं और धार्मिक खरीदारी से भी प्रभावित होता है। आगे त्योहारों का मौसम करीब है, इसलिए मांग फिर बढ़ सकती है, जिससे कीमतें भी ऊपर जा सकती हैं। इसलिए अगर आप खरीदारी की सोच रहे हैं, तो स्थानीय बाजार की स्थिति और ज्वेलर से पुष्टि करने के बाद ही कदम उठाएं।
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