सार

बीजेपी सांसद व भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने पहलवानों के साथ चल रहे विवाद (Wrestler Protest) के बीच रविवार को गोंडा (Gonda) में अपनी ताकत का एहसास दिलाया।

गोंडा। बीजेपी सांसद व भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने पहलवानों के साथ चल रहे विवाद (Wrestler Protest) के बीच रविवार को गोंडा (Gonda) में अपनी ताकत का एहसास दिलाया। मोदी सरकार के 9 वर्ष पूरे होने पर नवाबगंज से बालपुर तक रैली निकाली। मंच से अपने ऊपर लगे आरोपों पर खुलकर कुछ नहीं बोलें, पर शायरी बोलकर बहुत कुछ कह दिया। कांग्रेस (Congresss) पर भी जुबानी हमला बोला।

Wrestler Protest के बीच शायराना अंदाज में बोले बृजभूषण सिंह

कैसरगंज (Kaisarganj) से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) की रैली का जगह-जगह पर समर्थकों ने स्वागत किया। जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने शायरी करते हुए कहा कि 'कभी अश्क, कभी गम, कभी जहर पिया जाता है, तब जाकर जमाने में जिया जाता है, ये मिला मुझको मोहब्बत का सिला, बेवफा कहकर मेरा नाम लिया जाता है, इसको रुसवाई कहें या शोहरत, अपनी दबे होठों से नाम लिया जाता है।'

बृजभूषण सिंह ने कांग्रेस पर जमकर किया जुबानी हमला

पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों के बीच बृजभूषण शरण सिंह ने रविवार को कहा कि यदि नरेंद्र मोदी साल 1971 में देश के पीएम होते तो साल 1947 में पाकिस्तान और 1962 में चीन द्वारा हड़पी गई जमीन को मुक्त करा लिया होता। 1947 में कांग्रेस सरकार थी, तब देश का बंटवारा हुआ था। उसके घाव अभी तक नहीं भरे हैं। पाकिस्तान ने हमला कर 78 हजार वर्ग किमी जमीन हड़प ली थी। 1962 में चीन ने हमला कर 33 हजार वर्ग किमी जमीन हड़पी, तब भी कांग्रेस ही सत्ता में थी। बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह बोले कि 1971 में भारतीय सेना ने 92 हजार पाकिस्तानी सैनिकों को युद्ध बंदी बना लिया था। पर तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने उन्हें छोड़​ दिया, बिना पुराना हिसाब निपटाए। यदि उस समय नरेन्द्र मोदी जैसा पीएम होता तो कब्जा की गई जमीनें छुड़ा ली गई होती।

सिख विरोधी दंगों पर भी बोले बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह

बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह ने सिख विरोधी दंगों का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस ने 1984 में सिखों का नरसंहार कराया। पहले हम कहा करते थे कि जहां मुखर्जी (श्यामा प्रसाद) बलिदान हुए। वह कश्मीर हमारा है। आज हम भी गर्व से दोहराते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी और होम मिनिस्टर अमित शाह की वजह से ये संभव हुआ है।