सार

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में साहूकारों से परेशान एक ई-रिक्शा चालक अपने नाबालिग बेटे को बेचने के लिए सड़क पर बैठ गया है।

अलीगढ़। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां साहूकारों के कर्ज से परेशान एक ई-रिक्शा चालक अपने बेटे को ही बेचने के लिए बाजार में बैठ गया है। पीड़ित ई रिक्शा चालक राजकुमार अपनी पत्नी और बेटी के साथ गले में तख्ती लटकाकर शहर के गांधी पार्क चौराहे पर बैठा है। तख्ती पर उसने लिखा है कि न्याय की मांग के लिए मुझे अपना बेटा बेचना पड़ रहा है। मेरा बेटा बिकाऊ है। 

बेबस परिवार को अपना घर तक बेचना पड़ा

साहूकारों और सूदखोरों के जाल में फंसकर कई लोग अपनी जिंदगी तक गंवा बैठते हैं। कुछ लोगों को तो अपना घर तक बेचना पड़ जाता है। कुछ ऐसा ही देखने को मिला अलीगढ़ शहर में। यहां एक ई रिक्शा चालक साहूकार की प्रताड़ना से परेशान होकर अपने नाबालिग बेटे को बेचने के लिए सड़क पर परिवार संग बैठ गया।

लोग समझाने पहुंचे फिर भी मजबूर पिता उठने के लिए तैयार नहीं

जैसे ही परिवार ने मौन विरोध शुरू किया तो मौके पर भीड़ जमा होने लगी। बेटे के बेचने के लिए बैठे पिता की खबर तेजी से शहर में फैल गई जिससे हड़कंप मच गया। लोगों ने ई रिक्शा चालक को विरोध खत्म करने के लिए समझाने की भी कोशिश की, लेकिन मजबूर पिता उठने के लिए तैयार नहीं हुआ।

ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता 

गले में तख्ती और गमछा बांधे ई रिक्शा चालक लोगों से अपने बेटे को बेचने की बात कहता रहा। इस दौरान मीडिया भी बात करते हुए पीड़ित राजकुमार ने बताया कि वह ई-रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता है, लेकिन कर्ज से परेशान है। साहूकार का कर्ज वह उतार नहीं पा रहा है।

बेबस पिता ने बयां की पूरी कहानी

बेबस ई रिक्शा चालक ने बताया कि कर्ज समय से नहीं चुका पाने पर सूदखोर अक्सर उसे धमकाते और परेशान करते थे। सूदखोर उससे मारपीट करने के साथ परिवार समेत घर से निकाल देते हैं। पीड़ित राजकुमार ने बताया कि अब तो सूदखोरों ने ई रिक्शा भी उससे छीन लिया है। पीड़ित ने बताया कि वह न्याय के लिए कई दिनों से महुआ खेड़ा थाने का चक्कर लगा रहा है, लेकिन पुलिस न तो एफआईआर दर्ज कर रही है और न दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।

पुलिस ने दिया कार्रवाई का आश्वासन 
राजकुमार ने कहा कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण उसे अपने बेटे तक को बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। घटना की जानकारी जैसे ही स्थानीय पुलिस को मिली तो वह भी मौके पर पहुंची औऱ पीड़ित को थाने ले गई। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़ित से जानकारी लेने के साथ उसे न्याय दिलाने का आश्वासन दिया गया है। उसे घर वापस भेज दिया गया है। साहूकारों की ओर से कथित उत्पीड़न की भी जांच की जा रही है