योगी सरकार की ‘लोकल टू ग्लोबल’ रणनीति और ODOP योजना से बरेली की जरी-जरदोजी अंतरराष्ट्रीय पहचान बना रही है। अब यह कला 40 देशों में निर्यात हो रही है और भारत व्यापार मेले में यूपी की शान बनकर प्रदर्शित होगी।
बरेली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘लोकल टू ग्लोबल’ रणनीति और वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) योजना ने उत्तर प्रदेश के पारंपरिक उद्योगों को नई उड़ान दी है। कभी गलियों तक सीमित रहने वाली बरेली की जरी-जरदोजी अब अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी अलग पहचान बना चुकी है। दिल्ली में होने वाले भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (IITF) में इस बार बरेली की जरी-जरदोजी उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेगी। अब यह सुनहरी कढ़ाई यूरोप और अरब देशों के बाजारों में तेजी से लोकप्रिय हो रही है। बरेली से करीब 40 देशों को जरी-जरदोजी उत्पादों का निर्यात किया जा रहा है।
‘लोकल टू ग्लोबल’ विजन से बदली कारीगरों की किस्मत
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के पारंपरिक उद्योगों को वैश्विक पहचान दिलाने, स्थानीय कामगारों को आत्मनिर्भर बनाने और निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ODOP योजना शुरू की थी। बरेली की जरी-जरदोजी को इस योजना में शामिल किए जाने के बाद से ब्रांडिंग, मार्केटिंग और एक्सपोर्ट में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। औद्योगिक उपायुक्त विकास यादव के अनुसार, आज बरेली की जरी–जरदोजी की चमक ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर और खाड़ी देशों तक पहुँच चुकी है। लेदर जैकेट, बैग, क्लच, दुपट्टे और पार्टी वियर गाउन्स पर बनी यह कढ़ाई विदेशी ग्राहकों की पहली पसंद बन चुकी है।
अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में बरेली के स्टॉल्स बनेंगे आकर्षण का केंद्र
योगी सरकार के समर्थन और ODOP की सुविधाओं से प्रेरित होकर बरेली के प्रमुख उद्यमी भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (IITF) दिल्ली में भाग लेने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इस बार बरेली मंडल से नवाब जरी आर्ट, रश्मि जरी आर्ट, सनम जरी आर्ट, शिखा एंटरप्राइजेज, कमल ट्रेडर्स (शालू सक्सेना), अमन अटायर प्राइवेट लिमिटेड (आतिफ खान), एमए इंटरनेशनल, कादरी एंड संस, साकिब जरी आर्ट, कुमकुम जरी-जरदोजी जैसी इकाइयाँ हिस्सा लेंगी। इन उद्यमियों ने अपने उत्पादों को ग्लोबल डिमांड के अनुसार तैयार किया है। उम्मीद है कि इस वर्ष कई नए निर्यात करार होंगे और बरेली की जरी-जरदोजी की अंतरराष्ट्रीय पहचान और भी मजबूत होगी।
