IITF-2025 में यूपी पवेलियन महिला उद्यमिता और सशक्तिकरण का बड़ा मंच बना। योगी सरकार की नीतियों से सशक्त महिला उद्यमी स्टार्टअप, हस्तकला, खाद्य उत्पाद और इनोवेशन से राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं।
लखनऊ। भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ) में उत्तर प्रदेश पवेलियन इस बार सिर्फ उत्पादों का शो रूम नहीं, बल्कि महिला सशक्तिकरण का उज्ज्वल प्रदर्शन बन गया है। यूपी के अलग-अलग जिलों से आईं महिला उद्यमियों की उल्लेखनीय प्रगति, उनके स्टार्टअप्स, पारंपरिक शिल्प, खाद्य उद्यमों और नवाचार-आधारित बिज़नेस इस पवेलियन की सबसे बड़ी खासियत हैं। इन महिलाओं की तेजी से बढ़ती उपस्थिति यह दिखाती है कि अब प्रदेश की आर्थिक व्यवस्था में महिला सिर्फ भागीदारी नहीं कर रहीं, बल्कि विकास की नई दिशा तय कर रही हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ की नीतियों से बदला महिलाओं का सामाजिक माहौल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में ऐसा वातावरण तैयार हुआ है, जहां महिलाएं सुरक्षित, आत्मविश्वासी और सशक्त होकर आगे बढ़ रही हैं। उनकी नीतियों का असर है कि आज यूपी की महिला उद्यमी व्यापार मेलों, प्रदर्शनियों, गांवों, शहरों और यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपनी पहचान बना रही हैं। महिला नेतृत्व वाले कई ब्रांड आज राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर अपनी जगह बना चुके हैं। इसका जीवंत प्रमाण आईआईटीएफ-2025 का यूपी पवेलियन है।
आईआईटीएफ-2025 में महिला स्टार्टअप्स और समूहों ने आकर्षित किए निवेशक
यूपी पवेलियन में इस वर्ष महिला स्टार्टअप्स, स्वयं सहायता समूहों (SHGs) और महिला नेतृत्व वाले नवाचार आधारित उद्यमों के उत्पाद अंतरराष्ट्रीय निवेशकों का ध्यान खींच रहे हैं। यहां महिला उद्यमी पारंपरिक खाद्य सामग्री, हस्तकला, परिधान, खादी, पर्यावरण-अनुकूल सजावट और नेचुरल ब्यूटी प्रोडक्ट प्रस्तुत कर रही हैं। सरकारी योजनाओं, कौशल विकास, आसान ऋण सुविधा और मेंटरिंग कार्यक्रमों ने इन महिलाओं को अपने व्यवसाय को मजबूत बनाने में मदद की है।
निवेशकों को प्रभावित कर रहा महिलाओं का आत्मविश्वास और विविधता
आईआईटीएफ में आने वाले देश-विदेश के निवेशक जब यूपी पवेलियन का दौरा करते हैं, तो वे उत्पादों की विविधता के साथ-साथ महिला उद्यमियों के आत्मविश्वास, गर्व और महत्वाकांक्षा से प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाते। इनकी सफलता की कहानियाँ सीएम योगी के समावेशी, प्रगतिशील और बदलाव लाने वाले विजन को दर्शाती हैं।
महिलाओं की सुरक्षा- उद्यमिता की मजबूती का सबसे बड़ा आधार
इस बदलाव में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर योगी सरकार की प्रतिबद्धता एक महत्वपूर्ण आधार है। प्रदेश में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष सुरक्षा व्यवस्थाएं लागू की गई हैं। 1090 महिला हेल्पलाइन की त्वरित कार्रवाई और 1,647 महिला सहायता डेस्कों का मजबूत नेटवर्क महिलाओं के लिए सुरक्षा ढाल बन चुका है। इससे महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ा है और वे शिक्षा, व्यवसाय, रोजगार और नवाचार के अवसरों में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं।
मिशन शक्ति और सरकारी योजनाओं से बढ़े नए अवसर
सीएम योगी की ‘मिशन शक्ति’ जैसी पहल ने महिलाओं के लिए नए अवसरों के द्वार खोल दिए हैं। आज महिलाएं उन क्षेत्रों में भी चुनौतियाँ स्वीकार कर रही हैं जहां पहले उनकी भागीदारी कम थी—जैसे तकनीक, आधुनिक कृषि, मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स, डिजिटल स्टार्टअप्स आदि। सरकार का मॉडल महिलाओं को सिर्फ आर्थिक मदद देने तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें शिक्षा, सुरक्षा, नेतृत्व और बाजार तक पहुँच उपलब्ध कराकर सही मायनों में सशक्त बना रहा है।
यूपी का भविष्य: महिलाएं विकास की चालक शक्ति
उत्तर प्रदेश तेजी से ऐसे भविष्य की ओर बढ़ रहा है, जहां महिलाएं सिर्फ विकास की लाभार्थी नहीं, बल्कि वह शक्ति हैं जो बदलाव का नेतृत्व कर रही हैं। आईआईटीएफ-2025 का यूपी पवेलियन इस बदले हुए परिदृश्य का मजबूत उदाहरण है।


