सार
यूपी के जिले कानपुर में दरोगा के कारनामा सुनकर हर कोई हैरान है। दरअसल चौकी इंचार्ज ने विवाद के मामले में महिला से अश्लील हरकत करने के साथ वीडियो कॉल भी की थी।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के जिले कानपुर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। इस मामले ने एक बार फिर वर्दी को शर्मसार करने में कोई कमी नहीं छोड़ी। दरअसल दरोगा ने आधी रात में महिला को व्हाट्सएप कॉल किया। इतना ही नहीं इस दौरान चौकी इंचार्ज ने कहा कि अपने कपड़े उतारकर सीना दिखाओ। मैं तुम्हारे केस को खत्म दूंगा। किसी भी हालत में मुझे तुम चाहिए। जिसके बाद महिला ने दारोगा की शिकायत उच्चाधिकारियों से की थी। पीड़ित की शिकायत के बाद अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लेकर जांच कराई। उसमें दारोगा दोषी करार हुआ और उसे सस्पेंड कर दिया गया है।
महिला के मायके में हुआ था पारिवारिक विवाद
जानकारी के अनुसार बिल्हौर थाना क्षेत्र में स्थित एक गांव का मामला है। यहां एक महिला के मायके में परिवारिक विवाद हुआ था। इस विवाद में वह अपने मायके पहुंची थी और मामले में भाई पर केस दर्ज हुआ था। इसकी विवेचना चौकी इंजार्ज महेंद्र सिंह कर रहे थे। परिवारिक विवाद होने की वजह से महिला ने चौकी इंचार्ज महेंद्र सिंह से मुलाकात की थी। पीड़ित महिला का कहना है कि दारोगा ने उसको अपने सरकारी आवास पर मिलने के लिए बुलाया था। जब दारोगा से मिलने के लिए घर पहुंची तो दोरोगा ने मुझसे 20 हजार की डिमांड की थी।
सरकारी आवास में बुलाकर दरोगा ने पकड़ा था हाथ
पीड़ित महिला ने आगे बताया कि जब दारोगा को 20 हजार रूपए तो उसने मुझसे कहा कि मुझे कुछ और चाहिए फिर मेरा हाथ पकड़ लिया था। इस पर महिला ने दारोगा से कहा कि ऐसा नहीं कर सकती हूं। इसके बाद दारोगा ने कहा कि मैं रात को फोन करूंगा, उठा लेना। महिला का आरोप है कि दारोगा ने आधी रात को कॉल किया। महेंद्र सिंह ने कहा कि मुझे वॉट्सएप कॉल करो। जब मैंने कॉल करने से मना किया तो इसपर दारोगा ने खुद वीडियो कॉल किया। उसके बाद दरोगा ने कहा कि अपने कपड़े उतारकर सीना दिखाओं, मैं देखना चाहता हूं। मैं तुम्हारे सभी केस खत्म कर दूंगा। इसी के बाद महिला ने दरोगा के खिलाफ शिकायत की थी।
विभागीय जांच में दरोगा पाया गया दोषी
इस मामले को लेकर एडीसीपी लाखन सिंह का कहना है कि मामले की जांच विवेचना हल्का प्रभारी महेंद्र सिंह को सौंपी गई थी। उन्होंने आगे कहा कि चौकी इंचार्ज ने जांच के दौरान महिला से आपत्तिजनकर बाते की थी, जिसकी जांच बिल्हौर एसीपी को सौंपी गई थी। उस जांच में सामने आया है कि चौकी प्रभारी पर महिला ने जो आरोप लगाए थे वह सही है। उसके बाद डीसीपी ने चौकी प्रभारी को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं। इसके अलावा दारोगा के खिलाफ अलग से एफआईआर दर्ज की गई है।
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