सार

हरदोई में एक लड़के ने महज इस बात के लिए अपनी जान दे दी, जब पिता ने बेटे को कांवड़ यात्रा में बाइक से दोस्तों के साथ जाने से मना कर दिया। हादसे के बाद परिवार में कोहराम मच गया।

हरदोई में गुस्से में बेटे ने लगाई फांसी। उत्तर प्रदेश के हरदोई में स्थित टडियावां इलाके के पडरी गांव से एक दिल दहला देने वाली घटना का खुलासा हुआ, जहां 17 वर्षीय सत्य ओम उर्फ छोटू ने फांसी लगाकर जान दे दी। इसके पीछे का कारण का काफी चौंकाने वाला है। रिपोर्ट के मुताबिक मृतक के पिता ने बेटे को उसे अपने दोस्तों के साथ कांवर यात्रा में भाग लेने के लिए मोटरसाइकिल का इस्तेमाल करने से मना कर दिया। बस इतनी छोटी से बात से नाराज होकर जिंदगी खत्म करने का फैसला ले लिया।

बीते रविवार की शाम मृतक ने अपने दोस्तों के साथ मोटरसाइकिल पर कांवड़ यात्रा के लिए राजघाट जाने का प्लान बनाया था। इसके लिए सत्या के पिता प्रवेश कुमार ने सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए परमिशन नहीं दिया। बस इस बात से बेटा इतना परेशान हो गया कि उसने शाम को आत्महत्या कर ली। मामले पर टड़ियावां के थाना प्रभारी अशोक कुमार सिंह ने बताया-" लड़के के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। शुरुआती जांच में बॉडी पर किसी भी तरह के चोट के निशान नहीं थे। हालांकि, फाइनल रिपोर्ट से मौत के कारण का पता चल जाएगा।

घटना को लेकर स्थानीय लोगों से की गई पूछताछ

SHO ने कहा-" स्थानीय लोगों और पीड़ित के दोस्तों से बयान लिया  गया है। उन्होंने बताया कि वो हाल ही में दिल्ली से लौटा था, जहां वह एक फैक्ट्री में काम करता था। वहीं घटना का खुलासा तब हुआ, जब पिता लड़के को देखने के लिए उसके रूम में गए। जब उसने दरवाज़ा नहीं खोला, तो उसे तोड़ा गया और लड़के को लटका हुआ पाया।"

सावन महीने में कांवड़ यात्रा

बता दें कि सावन महीने में लोग महादेव को जल चढ़ाने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद शिवालय जाते हैं। कई लोग पैदल भी जाते हैं। हालांकि, इस दौरान रास्तों में कई तरह के परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है। कभी-कभी हादसा भी हो जाता है। हाल के दिनों में ऐसी कई सारी खबरें आई, जिसमें कांवड़ियों द्वारा उत्पात मचाने का मामला देखा गया। 

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