महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनावों में महायुति गठबंधन को बड़ी जीत। बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी। 288 सीटों में बीजेपी ने 129 पर जीत दर्ज की। विपक्ष ने चुनाव आयोग, धनबल और दबाव के जरिए मदद के आरोप लगाए, जबकि फडणवीस ने इसे सकारात्मक प्रचार का नतीजा बताया।

मुंबई। महाराष्ट्र में सत्ताधारी महायुति गठबंधन ने स्थानीय निकाय चुनावों में निर्णायक जीत हासिल की। इसके साथ ही बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। महाराष्ट्र की 288 नगर परिषद और पंचायत सीटों के नतीजे घोषित हो गए हैं, जिनमें बीजेपी ने 129 सीटें जीती हैं। विपक्षी कांग्रेस और शिवसेना (UBT) ने लगभग हार मान ली है। वहीं विपक्ष ने महायुति की जीत के लिए चुनाव आयोग पर मदद का आरोप लगाया है।

महायुति गठबंधन की जीत पर क्या बोले फडणवीस?

महायुति गठबंधन की जीत पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "हमें खुशी है कि हम मोदीजी की सकारात्मकता और हमारे नेताओं अमित शाहजी, नड्डाजी और नवीनजी ने हम पर जो भरोसा दिखाया, उसे पूरा कर पाए। उन्होंने कहा, पहली बार, मैंने किसी नेता या पार्टी की आलोचना नहीं की, आरोप नहीं लगाए, बल्कि अपनी योजनाएं बताईं। मैंने 100% सकारात्मक तरीके से प्रचार किया। इसका फायदा हमें मिला। लोगों ने इसे स्वीकार किया।

कांग्रेस बोली, सहयोगियों को बाहर कर देगी बीजेपी

महाराष्ट्र में कृषि संकट, महिलाओं के लिए सरकार की प्रमुख कल्याणकारी योजना के आंशिक भुगतान और किसानों की वित्तीय सहायता की कमी की शिकायतों को देखते हुए सत्ताधारी दल को विपक्ष से कड़ी टक्कर मिलने की उम्मीद थी। हालांकि, स्थानीय चुनाव में ऐसा होता नहीं दिखा। वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख हर्ष वर्धन सपकाल ने कहा, बीजेपी की सफलता एकनाथ शिंदे और अजीत पवार के लिए खतरे की घंटी है। बीजेपी 100 प्रतिशत इन दोनों सहयोगियों को बाहर निकाल देगी।

कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर लगाया महायुति की मदद का आरोप

कांग्रेस नेता सपकाल ने चुनावों में सत्ताधारी महायुति गठबंधन की मदद करने के लिए राज्य चुनाव आयोग को बधाई दी है। वहीं, शिवसेना (UBT) के सीनियर नेता अंबादास दानवे ने कहा, "सत्ताधारी पार्टियों द्वारा इस्तेमाल किए गए बाहुबल और पैसे की ताकत की वजह से महायुति ने महा विकास अघाड़ी के घटकों की तुलना में ज्यादा सीटें जीती हैं।