मिशन शक्ति 5.0 के तहत UP में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को मजबूत किया जा रहा है। हेल्प डेस्क, पिंक पेट्रोल, साइबर मॉनिटरिंग से सुरक्षा बढ़ी है। कन्या सुमंगला, लखपति दीदी व बीसी सखी जैसी योजनाएं महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बना रही हैं।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की कमान संभालते ही महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को शासन की प्राथमिकता बनाया। नारी सशक्तिकरण के लिए सरकार द्वारा संचालित मिशन शक्ति आज राज्य की महिलाओं को सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की नई दिशा दे रहा है। यह मॉडल आधी आबादी को मजबूत बनाने का बड़ा अभियान है।
मिशन शक्ति 5.0: यूपी में नारी शक्ति का नया दौर
मुख्यमंत्री का स्पष्ट संदेश है- “नारी शक्ति ही राष्ट्र शक्ति है।” 24 दिसंबर तक चलने वाले इस विशेष अभियान में विभिन्न विभाग प्रतिदिन जागरूकता कार्यक्रम चला रहे हैं। पुलिस चौपालों, सड़क रैलियों और जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से प्रदेश में “सुरक्षा और सम्मान, नारी का अधिकार” का संदेश निरंतर प्रसारित हो रहा है।
1647 थानों में महिला हेल्प डेस्क: हर महिला के लिए मजबूत सहारा
प्रदेश के 1647 थानों में महिला हेल्प डेस्क सक्रिय हैं, जहां प्रत्येक महिला को तुरंत सहायता मिल रही है।
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में महिला बीट प्रणाली और एंटी रोमियो स्क्वॉड लगातार गश्त कर रहे हैं।
- पिंक पेट्रोल 24×7 उपलब्ध है और स्कूल-कॉलेज, बाजार व भीड़भाड़ वाले स्थानों पर तुरंत पहुंचकर सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है।
- तकनीक के व्यापक उपयोग से 1090, साइबर मॉनिटरिंग सेल, डिजिटल ट्रैकिंग और फर्जी अकाउंट्स पर तत्काल कार्रवाई ने महिलाओं को बड़ी राहत दी है।
- कॉलेजों में आयोजित साइबर सुरक्षा वर्कशॉप छात्राओं को डिजिटल सुरक्षा के प्रति जागरूक और सक्षम बना रही हैं।
सुरक्षा और सम्मान का यूपी मॉडल: त्वरित न्याय और कठोर कार्रवाई
प्रदेश में महिला अपराधों की जांच तेजी से पूरी की जा रही है, जिससे पीड़िताओं को समय से न्याय मिल रहा है। उच्च निस्तारण दर और कठोर सजाओं ने सुरक्षा का माहौल और मजबूत किया है। मिशन शक्ति केंद्रों में प्रशिक्षित अधिकारी 3–5 वर्षों तक तैनात रहते हैं, ताकि योजनाएं अधिक प्रभावी तरीके से लागू हो सकें।
आर्थिक स्वावलंबन में बढ़ता कदम: महिलाओं के जीवन में नई चमक
महिला आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए राज्य में कई योजनाएं प्रभावी साबित हो रही हैं- बीसी सखी, स्वयं सहायता समूह, लखपति दीदी जैसी पहलें महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही हैं। इसके साथ मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, सामूहिक विवाह योजना और निराश्रित महिला पेंशन ने बेटियों और जरूरतमंद महिलाओं को नई उड़ान दी है।
सशक्तिकरण घर-घर तक: उज्ज्वला, स्वामित्व और पोषण अभियान का लाभ
मिशन शक्ति के साथ-साथ उज्ज्वला योजना, स्वामित्व योजना, पोषण अभियान, रानी लक्ष्मीबाई कोष जैसी योजनाओं ने महिलाओं और मातृ-शिशु स्वास्थ्य को मजबूत किया है। मिशन शक्ति 5.0 आज सशक्त नारी से समृद्ध प्रदेश की आधारशिला बन चुका है।


