सार
झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी के महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को आग लग गई। आग हॉस्पिटल के NICU (Neonatal intensive care unit) में लगी। यहां नवजात बच्चों को इलाज के लिए भर्ती किया जाता है। आग जिस समय लगी वार्ड में 54 बच्चे भर्ती थे।
आग इतनी तेजी से फैली कि 10 बच्चे जिंदा जल गए। 16 बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए। हादसे के बाद अफरातफरी मच गई। मारे गए नवजात बच्चों के शव जलकर काले पड़ गए थे। सोशल मीडिया पर घटना के बाद के कुछ वीडियो शेयर किए गए हैं। एक वीडियो में दो लोग बच्चों के शव लेकर दौड़ते दिख रहे हैं। यह इतना विभत्स है कि देखने वालों का कलेजा कांप जाए।
हादसे की आंखों देखी- महिला बोली 15 बच्चे जले हुए निकाले
हादसे के बाद अस्पताल में कोहराम मच गया। मारे गए बच्चों के परिजन चीख-पुकार करने लगे। एक महिला ने बताया कि उसके बच्चे की मौत हुई है। संजना नाम की एक महिला ने बताया कि मैं मरीज के साथ थी। बच्चों के वार्ड में आग लग गई। मैंने देखा कि 15 बच्चे जले हुए निकाले गए। मैं जिस बच्चे के इलाज के लिए यहां आई थी वह नहीं मिल रहा है।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक बोले- पीड़ितों की आर्थिक मदद करेंगे
झांसी मेडिकल कॉलेज में लगी आग पर यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, "फरवरी में इस अस्पताल का फायर सेफ्टी ऑडिट हुआ था। जून में मॉक ड्रिल भी हुई थी। हादसा कैसे और क्यों हुआ, इस बारे में जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। अभी अस्पताल में 16 बच्चे हैं। 4 बच्चों को प्राइवेट हॉस्पिटल में भेजा गया है। 10 बच्चों की मौत हुई है। उनमें से 7 नवजात शिशुओं के शवों की पहचान हो गई है। 3 शवों की अभी पहचान नहीं हो पाई है। उनके परिजनों से संपर्क कर पहचान की कोशिश की जा रही है। छह परिजनों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। उनके मोबाइल फोन स्विच ऑफ हैं। हम उनके घर के पते पर संपर्क कर रहे हैं। पीड़ितों की पूरी आर्थिक मदद की जाएगी। सरकार इनके साथ है। हर स्थिति में हम पीड़ितों के साथ हैं।"
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