सार
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में रहते हैं। सहारनपुर में भी उन्होंने यूपी में नो कर्फ्यू नो दंगा का बयान दिया तो लोगों ने उसे जमकर साझा किया।
लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार 24अप्रैल को यूपी के सहारनपुर में एक जनसभा को संबोधित किया। निकाय चुनाव को लेकर उन्होंने इस जनसभा को संबोधित किया। यहां उनके द्वारा कहा गया कि 'आज यूपी नो कर्फ्यू न दंगा, यूपी में सब ओर चंगा। रंगदारी न फिरौती, अब यूपी नहीं है किसी की बपौती। माफिया अपराधी हो गए अतीत, सुरक्षा, खुशहाली और रोजगारी का बना है प्रतीत। अब यूपी कर्फ्यू नहीं कांवड़ यात्रा की तैयारी के लिए उत्साह के साथ आगे बढ़ता है। अब उपद्रव नहीं उत्सव हमारी पहचान है। अब माफिया नहीं महोत्सव हमारी पहचान है। उस पहचान को आगे बढ़ाने के लिए प्रचार की शुरुआत सहारनपुर से की जा रही है।'
माफियाओं को मिट्टी में मिलाने का दिया था बयान
इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ का वह बयान भी काफी चर्चाओं में रहा था जब उन्होंने उमेश पाल की हत्या के बाद यूपी विधानसभा में कहा था कि माफियाओं को मिट्टी में मिला दिया जाएगा। उन्होंने सपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि इस माफिया (अतीक अहमद) को आगे बढ़ाने का काम आपने किया था। हम इस माफिया को मिट्टी में मिला देंगे।
'जो यूपी के लिए संकट में थे आज वो खुद संकट में'
अतीक अहमद की हत्या और असद के एनकाउंटर के बाद सीएम योगी ने बयान दिया था कि जो लोग कभी यूपी के लिए संकट थे आज वह खुद संकट में हैं। उन्होंने कहा कि अब कोई पेशेवर माफिया और अपराधी किसी को धमका नहीं सकता है। उप्र आज आपको बेहतरीन कानून व्यवस्था की गारंटी देता है।
'हम तो मई जून में भी शिमला बना देते हैं'
यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम योगी का मई-जून में शिमला बनाने का बयान जमकर चर्चाओं में रहा था। उन्होंने चुनाव के दौरान ही एक जनसभा में कहा था कि 'ये जो गर्मी मुजफ्फरनगर और कैराना में दिखाई दे रही है यह सब शांत हो जाएगी। क्योंकि गर्मी कैसे शांत होगी, मैं तो मई और जून में भी इसको शिमला बना देता हूं।' उनके इस बयान को लेकर विपक्ष न जमकर निशाना भी साधा था।
'सत्ता के संरक्षण में पल रहे गुंडे छोड़ दे यूपी'
सीएम योगी ने 26 मार्च 2017 को एक बयान दिया था जिसमें उनके द्वारा कहा गया था कि सत्ता के संरक्षण में पल रहे गुंडे, माफिया, अपराधी, लुटेरे ये सब के सब मेहरबानी करके या तो उत्तर प्रदेश छोड़कर चले जाए वरना यह अगर उत्तर प्रदेश में रहेंगे तो उनके लिए दो जगह होंगी और मुझे नहीं लगता वहां कोई रहना चाहेगा।