सार
गैंगस्टर और शार्प शूटर विनोद उपाध्याय को एनकाउंटर में मार गिराया है। यूपी पुलिस ने उस पर 1 लाख रुपए का इनाम रखा था।
गोरखपुर. उत्तरप्रदेश के सुल्तानपुर में शुक्रवार अलसुबह कुख्यात गैंगस्टर विनोद कुमार उपाध्याय मारा गया है। उसे पकड़ने के लिए एसटीएफ की टीम गई थी। इस दौरान उसने गोलियां चलाना शुरू कर दी। जिसके बाद दोनों तरफ से हुई फायरिंग में विनोद उपाध्याय की मौत हो गई है।
35 केस और 1 लाख का इनाम
कुख्यात गैंगस्टर विनोद कुमार उपाध्याय पर इसलिए 1 लाख रुपए का इनाम था। क्योंकि उस पर 35 से अधिक केस दर्ज थे। वह लंबे समय से फरार था। शुक्रवार की अलसुबह जब एसटीएफ की टीम ने उसे घेरा तो उसने गोलियां चलाना शुरू कर दिया। ऐसे में एसटीएफ की टीम ने जवाबी कार्रवाई में उसे मार गिराया। पहले तो उसने एसटीएफ की टीम पर कई बार फायर किए। लेकिन जवाबी कार्रवाई में जब एसटीएफ की टीम की गोली उसे लगी तो वह ढेर हो गया। घायल अवस्था में उसे अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई।
टॉप टेन में शामिल था विनोद कुमार
कुख्यात गैंगस्टरों की टॉप टेन लिस्ट में विनोद कुमार का नाम शामिल था। वह लंबे समय से पकड़ में नहीं आ रहा था। उसे पकड़ने के लिए गोरखपुर पुलिस, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की टीम करीब 6 से 7 माह से कोशिश में जुटी थी। ऐसे में 5 जनवरी 2024 की अलसुबह जब उसे पकड़ने पहुंचे तो उसने फायरिंग कर दी। जिसकी जवाबी कार्रवाई में वह ढेर हो गया। दिसंबर 2023 में गोरखपुर पुलिस ने उस पर 1 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।
लखनऊ में कई हत्या कर चुका था विनोद
गैंगस्टर विनोद कुमार शार्प शूटर था। उसने अपना एक गिरोह बना लिया था। जिसके माध्यम से उसने गोरखपुर, लखनऊ, संतकबीर नगर, बस्ती आदि शहरों में कई हत्या की वारदात की थी।
अयोध्या का विनोद, एक थप्पड़ से जुर्म की दुनिया में एंट्री
विनोद कुमार उपाध्याय अयोध्या का रहने वाला था। उसे जेल में बंद जीतनारायण ने एक थप्पड़ मार दिया था। जिसका बदला उसने 2005 में संतकबीर नगर में उसकी हत्या कर लिया था। तभी से विनोद कुमार का नाम जुर्म की दुनिया में चर्चा में आ गया। इसके बाद वह एक के बाद एक कई हत्याएं करवा चुका था।