सार
मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में कुछ बदमाश फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अवैध हथियार इस तरह बेच रहे थे मानों आलू, टमाटर या प्याज हों। पुलिस ने सोमवार को ऐसे सात धंधेबाजों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार हुए आरोपियों के नाम आजम रिजवी, विवेक नागर, मनीष कुमार, प्रदीप कुमार, ऋषभ प्रजापति, विशाल और प्रतीक त्यागी हैं। इन्हें पुलिस ने वाहन चेकिंग अभियान के दौरान पकड़ा। पुलिस को सूचना मिली थी कि एक अवैध पिस्तौल की डिलीवरी की जानी है। आरोपी खरीददार तक माल पहुंचा रहे थे तभी पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया।
पिस्तौल खरीदने आए थे विशाल और प्रदीप
एसपी सत्यनारायण प्रजापति ने बताया कि विशाल और प्रदीप पिस्तौल खरीदने आए थे। इन्होंने प्रतीक त्यागी की मदद से इस गिरोह से संपर्क किया था। इस गैंग के लोग ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम से पैसे लेते थे। मेरठ जिले का रिजवी पिस्तौल की अवैध बिक्री में संलिप्त था। आरोपियों के पास से 5 अवैध पिस्टल, गोलियां, एक बाइक और एक कार बरामद की गई है। पुलिस ने उनके मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं।
आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को कई बड़ी जानकारियां मिली है। पता चला है कि यह गिरोह लंबे समय से मुजफ्फरनगर और आसपास के जिलों में हथियारों के अवैध कारोबार में लिप्त था। पुलिस गिरोह से जुड़े और बदमाशों की तलाश कर रही है। पता लगाया जा रहा है कि इन लोगों किन्हें हथियार बेचे हैं।
पूछताछ के दौरान बदमाशों ने बताया है कि वे सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर संभावित खरीददार से संपर्क करते थे। सोशल मीडिया पर ही डील तय होती थी। पैसे तय होने के बाद आनलाइन ले लिए जाते थे। इसके बाद ग्राहक को गिरोह के लोग हथियार पहुंचा देते थे। पुलिस को शक है कि इस गिरोह के अपराधियों ने अब तक दर्जनों हथियार बेचे हैं। पुलिस इनके पूरे नेटवर्क को खंगाल रही है।
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