अनुराग ठाकुर ने कहा कि अरुण युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं। एक ऐसा चेहरा हैं जो अनुभवी भी है, युवा भी है। करियर के दौरान एक भी दाग जिनके ऊपर नहीं लगा हो, जिनकी पहचान ही ईमानदारी हो, ऐसे युवा अपना लंबा करियर छोड़कर भाजपा में आ रहे हैं। ठाकुर ने कहा कि असीम असीम अरुण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं से प्रेरणा लेकर यहां आए हैं। योगी राज में माफिया पर कार्रवाई होने पर यहां आए हैं। साथ ही कहा कि सपा दंगा कराने वाले को शामिल कराती है, लेकिन बीजेपी दंगाइयों को पकड़ने वालों को शामिल कराती है।
चुनावी गणित के जानकार पत्रकार विशाल गुप्ता मानते हैं कि शासन स्तर पर प्रस्तावित योजनाओं के प्रारूप को लेकर शहरी क्षेत्र में विकास के कार्यों से सर्वाधिक व्यापारी लोग प्रभावित हो रहे हैं। आवासीय व व्यवसायिक गतिविधियों को संचालित करने वाले आम शहरवासियों को चौड़ीकरण व विस्तारीकरण से विस्थापित होना पड़ रहा है।
सरोजनीनगर विधानसभा से प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने पार्टी इसलिये छोड़ी क्योकि वह अपनी सीट बदलना चाहते थे। अपने व (पत्नी)मंत्री स्वाति सिंह की दावेदारी पर बोले। अगर मैं लड़ूंगा तो स्वाति सिंह नही लड़ेंगी अगर वह लड़ेंगी तो मैं नही लड़ूंगा। पार्टी निर्णय लेगी हम दोनों में किसे लड़ना है।
इन 150 उम्मीदवारों की सूची में पढ़े लिखे योग्य का चयन किया है। जिनमें एमबीए की शिक्षा प्राप्त 8 उम्मीदवार हैं। पोस्ट ग्रेजुएड 38, डॉक्टर 4, पीएसडी 8, इंजीनियर 7, बीएड 8, ग्रेजुएट 39, डिप्लोमा धारक 6 उम्मीदवार बनाये गए हैं।
उत्तर प्रदेश चुनाव सहप्रभारी अनुराग ठाकुर ने कहा कि समाजवादी पार्टी में वो लोग हैं जो दंगा करवाते हैं और भाजपा में वो लोग शामिल हो रहे हैं जो दंगों को रोकते हैं। उनकी सूची देख लें उम्मीदवार नंबर एक जेल में है और सूची का अंतिम आदमी बेल पर है।
सपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि डिजिटल वॉर में सपा, भाजपा से कतई पीछे नहीं है। पार्टी की वर्चुअल बैठकें हो रही है। इनमें जमीनी स्तर तक के कार्यकर्ताओं से बेहतर संवाद स्थापित किया जा रहा है। पार्टी की रणनीति साझा करने में डिजिटल प्लेटफार्म की अहमियत सामने आ रही है। वहीं फेसबुक,यू ट्यूब और व्हाट्सएप के जरिये पार्टी की हर छोटी बड़ी घटना अथवा जानकारी को साझा किया जा रहा है। पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत अन्य पदाधिकारी लंबे समय से ट्विटर पर सक्रिय है।
अखिलेश ने कहा कि मैंने पंचायत चुनाव के समय ही कहा था कि ये चुनाव भाजपा की तरफ से पुलिस अधिकारी लड़ रहे हैं। आज मेरी वह बात सच साबित हुयी। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि अरुण के साथ पिछले पांच साल में जितने अधिकारियों ने काम किया, उनकी पहचान कर चुनाव आयोग उन अधिकारियों को चुनाव प्रक्रिया से हटाये। उन्होंने कहा कि अगर आयोग ऐसा नहीं करता है तो नष्पिक्ष चुनाव कराने के उसके दावे पर सवाल खड़ा होगा।
गोविंद नगर विधानसभा सीट ब्राह्मण बाहुल सीट मानी जाती है। 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव में गोविंद नगर सीट पर बीजेपी के सत्यदेव पचौरी ने जीत दर्ज की थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में सत्यदेव कानपुर के सांसद बने थे।
भाजपा बागी मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि आज सारे पिछड़े समाज के लोग सपा में आ गए है। भाजपा ने साथ तो सबका लिया लेकिन विकास कुछ लोगों का हुआ। कुछ लालच देकर पिछड़ो को ठगने की साज़िश हो रही है। शिक्षक भर्ती में लोगों के साथ लाठियां बरसाई गयी।
कॉमेडियन राजू श्रीवास्तवा ने कहा कि कुछ तो लोग कहेंगे लोगों का काम है कहना। अब ये पक्का हो गया है कि योगी जी गोरखपुर से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्ष को इस बात की टेंशन हो गई है। मायावती, प्रियंका और अखिलेश जी आप भी चुनाव लड़िए।