सार

तेजस एक्सप्रेस के फर्स्ट एसी कोच में सफर कर रही विदेशी महिला के साथ सिपाही द्वारा छेड़खानी का मामला सामने आया। आरोपी को कानपुर सेंट्रल स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया है।

कानपुर: आनंदविहार-अगरतला तेजस एक्सप्रेस के फर्स्ट एसी कोच एच-1 से अपने मंगेतर के साथ पटना जा रही स्विटजरलैंड की महिला के साथ ट्रेन में छेड़खानी का मामला सामने आया। यह छेड़खानी ट्रेन एस्कॉर्ट के सिपाही जितेंद्र सिंह के द्वारा की गई।

सिपाही की बर्खास्तगी की हुई सिफारिश

महिला के मंगेतर की ओर से इस मामले की शिकायत कंट्रोलरूम में दी गई। जिसके बाद बुधवार की देर रात को ही प्लेटफार्म नंबर 5 पर आई ट्रेन से आरोपी सिपाही को जीआरपी ने हिरासत में लिया। मामले में महिला की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर गुरुवार को सिपाही को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। वहीं आरपीएफ की ओर से सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। मामले को लेकर बताया गया कि सिपाही की बर्खास्तगी को लेकर भी सिफारिश की गई है। आरोपी सिपाही जितेंद्र सिंह के खिलाफ धारा 354, 354ए और बी के तहर केस दर्ज किया गया है।

आरोपी सिपाही 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया

आपको बता दें कि स्विटजरलैंड की युवती अपनी भारतीय मूल के मंगेतर के साथ में पटना के लिए सफर कर रही थी। ट्रेन में आरपीएफ कानपुर सेंट्रल थाने पर तैनात सिंह जितेंद्र सिंह एस्कॉर्ट टीम में था। जब युवती रात तकरीबन दस बजे हाथरस के पास टॉयलेट गई तो पीछे से सिपाही जितेंद्र भी आ गया। जैसे ही महिला टॉयलेट से बाहर निकली तो आरोपी ने उसे पकड़कर अंदर खींच लिया और मोबाइल से सेल्फी ली। महिला के चिल्लाने पर वह उसे छोड़कर भाग निकला। मामले को लेकर उसने अपने मंगेतर को सूचना दी। मंगेतर ने मामले में कंट्रोल रूम में शिकायत की। इसके बाद जैसे ही ट्रेन कानपुर सेंट्रल के प्लेटफॉर्म नंबर पांच पर आई तो सिपाही को हिरासत में ले लिया गया। फिलहाल सिपाही को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया। सिपाही मूल रूप से फिरोजाबाद का रहने वाला है और वह एक साल पहले ही कानपुर सेंट्रल में सहायक सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ ऑफिस में तैनात हुआ था।

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