सार

देश में लगातार हो रहे रेल हादसों के पीछे तोड़फोड़ की आशंका जताई जा रही है। अधिकारी इस मामले की कड़ी जाँच कर रहे हैं।

कानपुर: वाराणसी से अहमदाबाद जा रही सबरमती एक्सप्रेस मंगलवार सुबह पटरी से उतर गई। ट्रेन के इंजन से पटरी पर रखे एक भारी वस्तु के टकराने से 19168 नंबर की ट्रेन के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए। यह घटना उत्तर प्रदेश के कानपुर के गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन के पास हुई। ट्रेन के पटरी पर अज्ञात वस्तु से टकराने के बाद, देश में लगातार हो रहे रेल हादसों के पीछे तोड़फोड़ की आशंका जताई जा रही है। अधिकारी इस मामले की कड़ी जाँच कर रहे हैं।

बता दें कि यह उत्तर प्रदेश में एक महीने के अंदर दूसरा रेल हादसा है। 18 जुलाई को चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन मोतीगंज और झिलाही रेलवे स्टेशनों के बीच दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में चार रेल यात्रियों की मौत हो गई थी और 29 लोग घायल हो गए थे।

इस घटना के बाद, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, 'तोड़फोड़ के संकेत मिले हैं। सबूतों को सुरक्षित रखा गया है। आईबी और उत्तर प्रदेश पुलिस मामले की जाँच कर रही है। हादसे में किसी भी यात्री या कर्मचारी को चोट नहीं आई है, यात्रियों को आगे की यात्रा के लिए ट्रेन की व्यवस्था की गई है। ट्रेन में 1727 यात्री सवार थे। इनमें से 104 यात्री कानपुर सेंट्रल से ट्रेन में सवार हुए थे।

ट्रेन चालक के मुताबिक, ट्रैक पर रखे एक बड़े पत्थर से ट्रेन के इंजन को टक्कर लगी, जिससे इंजन के कैटल गार्ड को भारी नुकसान पहुँचा और हादसा हुआ। घटना के वक्त ट्रेन 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से चल रही थी। घटना के समय ड्राइवर द्वारा इमरजेंसी ब्रेक लगाने से पटरी पर मौजूद कोच अचानक उछलकर पलट गए।

इस बारे में उत्तर मध्य रेलवे के एनसीआर सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लोको पायलट के बयान और घटनास्थल पर मिले सबूतों के आधार पर घटना के असली कारणों की जाँच की जाएगी। हादसे के बाद 7 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। तीन ट्रेनों के रूट बदले गए हैं। हम दूसरे लेन को ठीक करके सामान्य स्थिति में लाने की कोशिश कर रहे हैं। एनसीआर के महाप्रबंधक उपेंद्र चंद्र ने बताया कि हादसे के बाद यहां काफी नुकसान हुआ है।

इससे पहले चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ ट्रेन हादसे के समय ट्रेन चालक ने बताया था कि ट्रेन के पटरी से उतरने से पहले उन्हें तेज आवाज सुनाई दी थी। इसी वजह से उन्हें इमरजेंसी ब्रेक लगाना पड़ा था।