सार
प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या किए जाने के बाद मामले की जांच जारी है। इस बीच एसआईटी का गठन भी किया गया है। इससे पहले न्यायिक जांच आयोग का गठन भी किया गया था।
प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या मामले में ताबड़तोड़ एक्शन जारी है। इस बीच मामले में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन भी किया गया है। हालांकि अब इस मामले में तीन सदस्यीय एसआईटी का भी गठन किया गया है। एसआईटी जांच की जिम्मेदारी तीन सीनियर अफसरों को सौंपी गई है।
हत्याकांड की जांच को लेकर एसआईटी का किया गया गठन
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या मामले में गठित एसआईटी जांच का नेतृत्व डीसीपी क्राइम के द्वारा किया जाएगा। इसके अलावा एसीपी सतेंद्र तिवारी और क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर ओम प्रकाश सिंह को भी इस तीन सदस्यीय टीम में रखा गया है। ज्ञात हो कि सोमवार को गठित हुई इस तीन सदस्यीय एसआईटी से पहले रविवार को न्यायिक जांच के लिए आयोग का गठन भी किया गया था। तीन सदस्यीय आयोग में इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश अरविंद कुमार त्रिपाठी द्वितीय, पूर्व पुलिस महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह और सेवानिवृत्त जनपद न्यायाधीश बृजेश कुमार सोनी का नाम शामिल है। आयोग को इस पूरे मामले में दो माह के भीतर रिपोर्ट सौंपनी है।
विपक्ष की ओर से लगातार उठाए जा रहे सवाल
आपको बता दें कि अतीक अहमद और अशरफ की हत्या मामले में लगातार कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इस बीच कपिल सिब्बल की ओर से भी आठ सवाल उठाए गए हैं। कपिल सिब्बल के द्वारा रात के 10 बजे मेडिकल चेकअप? पीड़ित (अतीक-अशरफ) को खुलेआम मीडिया के सामने टहलाए जाने, घटना में प्रयुक्त हथियार का 7 लाख से अधिक का होना और सभी 3 हत्यारों के द्वारा सरेंडर किए जाने को लेकर सवाल खड़े किए गए हैं। माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या किए जाने के बाद विपक्ष की ओर से योगी सरकार पर कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं। अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इस घटना को लेकर सवाल खड़े किए थे। उसके बाद तमाम अन्य नेताओं ने भी सरेआम हुई इस हत्या को लेकर कानून व्यवस्था को आडे़ हाथों लिया।