उत्तर प्रदेश बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान 12 दिसंबर को हो सकता है। पीयूष गोयल लखनऊ पहुंचकर नामांकन प्रक्रिया की देखरेख करेंगे। संगठन में लंबे समय से सक्रिय नेता को कमान दिए जाने की चर्चा तेज, 2027 चुनाव को ध्यान में रखकर फैसला।
लखनऊ की राजनीतिक हवा इन दिनों कुछ अलग बह रही है। सत्ताधारी दल के गलियारों में जिस नाम को लेकर फुसफुसाहट, अनुमान और चर्चाओं का दौर लगातार चल रहा था, वह अब खत्म होने की कगार पर है। यूपी भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर चल रही अटकलें अब लगभग विराम लेने वाली हैं। पार्टी के भीतर बने माहौल और संगठनात्मक गतिविधियों ने साफ संकेत दे दिया है कि बड़ा ऐलान अब बस कुछ ही घंटों की दूरी पर है।
पीयूष गोयल कल शाम पहुंचेंगे लखनऊ, करेंगे पूरी प्रक्रिया की निगरानी
विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रभारी पीयूष गोयल कल शाम लखनऊ पहुंच रहे हैं। वे 12 दिसंबर की सुबह प्रदेश अध्यक्ष के नामांकन की पूरी औपचारिक प्रक्रिया की देखरेख करेंगे। इसके बाद दोपहर बाद नए प्रदेश अध्यक्ष का नाम औपचारिक रूप से घोषित कर दिया जाएगा।
सूत्र बताते हैं कि पार्टी आलाकमान ने नए अध्यक्ष के नाम पर लगभग अंतिम सहमति बना ली है। अब नामांकन सिर्फ एक औपचारिकता भर रह गया है, जिसे केंद्रीय नेतृत्व की मौजूदगी में पूरा किया जाएगा।
यह भी पढ़ें: "पापा मुझे माफ कर देना"... 21 साल की नेहा ने क्यों चुनी मौत? सुसाइड नोट पढ़कर कांप उठेंगे आप
संगठन में लंबे समय से सक्रिय नेता को मिल सकता है मौका
इस बार भाजपा जिस चेहरे को आगे लाने जा रही है, वह संगठन में लंबे समय से सक्रिय माने जाते हैं। पार्टी ने 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए जातिगत संतुलन, क्षेत्रीय समीकरण और संगठनात्मक अनुभव को प्राथमिकता दी है। संकेत साफ हैं कि नया अध्यक्ष ऐसा होगा जिसे सभी वर्गों में स्वीकार्यता मिले और जो प्रदेश स्तर पर मजबूत नेतृत्व दे सके।
इन नामों की चल रही थी चर्चा
पार्टी के भीतर कई दिनों से प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए कई बड़े नाम चर्चा में थे। इनमें पूर्व मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के करीबी कुछ नेता, ब्राह्मण नेता हरीश द्विवेदी, और पिछड़ा वर्ग से जुड़े वरिष्ठ नेता बीएल वर्मा शामिल रहे।
हालांकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि अंतिम निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की सहमति से ही होगा और उसी के आधार पर नाम घोषित किया जाएगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में होगा आधिकारिक ऐलान
भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि “पीयूष गोयल 11 या 12 दिसंबर को लखनऊ आ सकते हैं। उनके आने के बाद नामांकन कराया जाएगा और फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा की जाएगी।”
2027 की लड़ाई को ध्यान में रखकर चुना जाएगा चेहरा
भाजपा की नजर 2027 के विधानसभा चुनाव पर है। मौजूदा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी का कार्यकाल पूरा हो चुका है और पार्टी ऐसा चेहरा चाहती है जो न केवल संगठन को मजबूत करे, बल्कि सामाजिक समीकरणों में भी व्यापक स्वीकार्यता रखता हो। नया अध्यक्ष ऐसे समय जिम्मेदारी संभालेगा जब भाजपा संगठन विस्तार और राजनीतिक रणनीति दोनों मोर्चों पर महत्वपूर्ण दौर से गुजर रही है।
यह भी पढ़ें: 7 मिनट 29 सेकंड का दर्द भरा सच… राहुल मिश्रा की आवाज़ सुनकर आपका दिल भी टूट जाएगा
