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80 हजार की अनुमति और 2.5 लाख का जमावड़ा, जानें कैसे आयोजनकर्ता की अनदेखी ने ले ली सैकड़ों बेगुनाहों की जान
उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है। हादसे में दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हैं। हर तरफ चीख- पुकार मची हुई है।
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पोस्टमार्टम हाउस में शवों के ढेर लगे
हाथरस हादसे के बाद पोस्टमार्टम हाउस में शवों के ढेर लगे हुए हैं। इस बीच पुलिस ने सत्संग कार्यक्रम के मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर और अन्य आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज की है। ये FIR भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 105, 110, 126 (2), 223 और 238 के तहत दर्ज की गई है।
हाथरस हादसे की FIR
हाथरस हादसे की FIR में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा का नाम तक नहीं है। ये वही बाबा है जिसके कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों की जान चली गई।
भोले बाबा' के कार्यक्रम में लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़
हादसा हाथरस जिले में मंगलवार को सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के जीटी रोड स्थित गांव फुलराई के पास हुआ था। जहां नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध 'भोले बाबा' के कार्यक्रम में लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ जुटी थी।
भोले बाबा के कार्यक्रम आयोजकों
भोले बाबा के कार्यक्रम आयोजकों ने 2 जुलाई को हुए कार्यक्रम में 80 हजार लोगों के आने की बात कही थी। लेकिन इसमें यूपी समेत दूसरे प्रदेशों से करीब ढाई लाख लोग आ गए जिससे पूरी व्यवस्था बिगड़ गई।
सत्संग समाप्त होने के बाद भगदड़
सत्संग समाप्त होने के बाद वहां निकलते समय भगदड़ मच गई और इस भगदड़ के चलते 100 से ज्यादा लोग जान गंवा बैठे। इसमें ज़्यादातर महिलाएं हैं।
FIR की रिपोर्ट
FIR की रिपोर्ट के मुताबिक बाबा सत्संग करके निकलने लगे तो उनके भक्त उन्हें देखने के लिए बेकाबू हो गए। इसी बीच भगदड़ मच गई।