UP ITI Appointments 2025: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1510 चयनित अनुदेशकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। 286 राजकीय आईटीआई में 1.84 लाख सीटों पर कौशल प्रशिक्षण, 60 नए आईटीआई, और 14 लाख युवाओं को कौशल विकास मिशन से लाभ मिला।
उत्तर प्रदेश में युवाओं को रोजगार और कौशल विकास से जोड़ने के लिए योगी सरकार लगातार मिशन मोड में काम कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन स्थित ऑडिटोरियम में 1510 चयनित आईटीआई अनुदेशकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। प्रदेश के सांसद और विधायकगण भी भव्य कार्यक्रम में शामिल हुए, जहां युवाओं के सपनों को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए।
286 राजकीय आईटीआई में 1.84 लाख सीटों पर कौशल प्रशिक्षण
प्रदेश में 286 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में 92 व्यवसाय संचालित हैं, जिनमें 1,84,280 सीटें उपलब्ध हैं। इनमें 6577 नियमित और 1191 आउटसोर्सिंग के माध्यम से कुल 7768 अनुदेशक नियुक्त हैं। शेष 341 पदों का परिणाम जल्द घोषित किया जाएगा।
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60 से अधिक नए आईटीआई और 5000 करोड़ की परियोजना से 150 आईटीआई का उन्नयन
पिछले आठ वर्षों में प्रदेश में 60 से अधिक नए आईटीआई स्थापित किए गए हैं। टाटा टेक्नोलॉजीज और 18 विश्वस्तरीय कंपनियों के सहयोग से प्रथम चरण में 150 आईटीआई का उन्नयन किया गया, जिसमें 9 नए ट्रेड और 23 शॉर्ट टर्म कोर्स शुरू हुए हैं। इस परियोजना पर लगभग 5000 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।
भविष्य की तकनीकों में प्रशिक्षण और 14 लाख युवा कौशल विकास मिशन से लाभान्वित
आईटीआई में युवाओं को सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रिक व्हीकल, लेजर कटिंग, सीएनसी, 3D प्रिंटिंग और डिजिटल कम्युनिकेशन में प्रशिक्षित किया जा रहा है। कौशल विकास मिशन के तहत पिछले आठ वर्षों में 14 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया गया, जिनमें से 5.65 लाख को रोजगार और सेवायोजन से जोड़ा गया।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना और प्रोजेक्ट प्रवीण
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत 1.20 लाख कारीगरों को प्रशिक्षण और ब्याजमुक्त ऋण दिया गया। प्रोजेक्ट प्रवीण के अंतर्गत माध्यमिक विद्यालयों में 20 हजार छात्रों को राष्ट्रीय स्तर का प्रमाणपत्र प्रदान किया गया, जिससे स्कूली छात्रों को कौशल प्रशिक्षण का अवसर मिला।
ग्रामीण युवाओं और रोजगार मेलों से रोजगार का अवसर
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के तहत 1.80 लाख ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षण मिला, जिनमें से 1.30 लाख को सेवायोजित किया गया। रोजगार मेलों के माध्यम से 4.13 लाख से अधिक युवाओं को 2537 कंपनियों में नौकरी का अवसर प्राप्त हुआ।
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