UP Mafia Free State: गोरखपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब यूपी दंगामुक्त और माफियामुक्त है। कल्याण मंडपम के लोकार्पण पर उन्होंने इंसेफेलाइटिस नियंत्रण, रोजगार, उद्योग, आवास योजनाओं और पर्यटन विकास की उपलब्धियों को गिनाया।

CM Yogi Adityanath On Mafia: “क्या आपने कभी सोचा था कि उत्तर प्रदेश दंगामुक्त और माफियामुक्त बन सकता है?” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में यही सवाल जनता से पूछा और फिर खुद ही जवाब दिया “आज का यूपी दंगामुक्त है, माफियामुक्त है।” मुख्यमंत्री शनिवार को मानबेला और राप्तीनगर विस्तार योजना में बने दो कल्याण मंडपम का लोकार्पण करने पहुंचे थे।

योगी ने कहा कि आठ साल पहले तक कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था कि यूपी से दंगों और माफिया संस्कृति का खात्मा हो जाएगा। बहन-बेटियों और व्यापारियों के लिए अब गुंडे खतरा नहीं हैं। आमजन निश्चिंत होकर रह रहा है और युवा रोजगार के लिए भटकने के बजाय घर के पास ही अवसर पा रहे हैं।

कल्याण मंडपम: आमजन के लिए बड़ा तोहफ़ा

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) द्वारा निर्मित दो कल्याण मंडपम रहे। मानबेला का मंडपम करीब 2.65 करोड़ रुपये और राप्तीनगर विस्तार योजना का मंडपम 85 लाख रुपये की लागत से तैयार हुआ है। यहां विवाह, सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम कम खर्च पर आयोजित हो सकेंगे। योगी ने कहा कि यह पहल अब अन्य शहरों में भी अपनाई जा रही है और गरीब-मध्यमवर्गीय परिवारों को बड़ी राहत मिल रही है।

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इंसेफेलाइटिस से लेकर ‘बीमार मानसिकता’ तक का इलाज

मानबेला की धरती पर खड़े होकर सीएम योगी ने अपने सांसद काल की यादें भी साझा कीं। उन्होंने कहा, “2017 से पहले इसी मौसम में हर मां के चेहरे पर दहशत होती थी कि कौन सा बच्चा इंसेफेलाइटिस का शिकार हो जाएगा। आज हालात बदल चुके हैं।” उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज का इंसेफेलाइटिस वार्ड एयर कंडीशंड है और एम्स की शुरुआत ने स्वास्थ्य सेवाओं को नई पहचान दी है।

स्वास्थ्य सेवाओं में क्या बदला?

मुख्यमंत्री ने दावा किया कि अब इलाज के लिए किसी को परेशानी नहीं उठानी पड़ती। सरकारी अस्पतालों में आधुनिक सुविधाएं हैं, आयुष्मान योजना से गरीबों को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है और जिनके पास कार्ड नहीं है, उन्हें मुख्यमंत्री राहत कोष से सहायता दी जा रही है।

गोरखपुर: उद्योग और रोजगार का नया केंद्र

सीएम योगी ने गीडा क्षेत्र में लग रही दर्जनों फैक्ट्रियों का ज़िक्र करते हुए कहा कि कभी गोरखपुर में उद्योग लगना सपना था। आज बड़ी-बड़ी कंपनियां यहां आ रही हैं और युवाओं को घर के पास ही रोजगार मिल रहा है। खाद कारखाने और पिपराइच चीनी मिल का दोबारा शुरू होना इसी सोच का हिस्सा है।

आवास योजनाओं से कितनों का जीवन बदला?

राप्तीनगर विस्तार योजना के तहत सीएम ने लाभार्थियों को आवंटन पत्र सौंपे और कहा कि हर गरीब को घर देना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि बीते आठ वर्षों में प्रदेश में 57 लाख से अधिक आवास जरूरतमंदों को उपलब्ध कराए गए हैं।

गोरखपुर की नई पहचान: पर्यटन और विकास

रामगढ़ताल से लेकर चिलुआताल तक, शहर के पर्यटन केंद्र अब परिवारों की भीड़ से गुलजार हैं। योगी ने कहा कि गोरखपुर अब पहचान छुपाने वाला नहीं, बल्कि विकास का पर्याय बन रहा है। उन्होंने नागरिकों से आह्वान किया कि 2047 तक विकसित गोरखपुर और विकसित उत्तर प्रदेश का संकल्प लें।

कार्यक्रम में नेताओं और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी

समारोह में सांसद रविकिशन, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव और भाजपा के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। सभी ने सीएम योगी को ‘कल्याण मंडपम मॉडल’ और विकास के विज़न के लिए धन्यवाद दिया।

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