सार

उत्तर प्रदेश में इस बार नवरात्रि पर भव्य आयोजन होंगे। संस्कृति विभाग मिशन शक्ति के तहत महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करेगा। इसके लिए जिला, तहसील और ब्लॉक स्तर पर समितियां बनाई जाएंगी।

लखनऊ, 23 सितंबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर संस्कृति विभाग आगामी नवरात्रि पर्व पर भव्य आयोजन की तैयारी में जुट गया है। प्रदेशभर के सभी देवी मंदिरों और शक्तिपीठों में विविध सांस्कृतिक आयोजन होंगे। बता दें कि प्रदेश में महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के लिए विशेष अभियान "मिशन शक्ति" चलाया जा रहा है। इसी क्रम में संस्कृति विभाग द्वारा महिलाओं व बालिकाओं की सहभागिता के साथ प्रदेश में अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तावित किये गये हैं।

जिला, तहसील और ब्लॉक स्तर पर गठित होगी समिति

संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम के अनुसार आगामी शारदीय नवरात्रि में 3 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक प्रदेश के देवी मन्दिरों एवं शक्तिपीठों में महिलाओं एवं बालिकाओं की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए महिला सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा लागू किये गये कानूनों का वृहद प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इसके अलावा अष्टमी एवं नवमी के अवसर पर प्रमुख शक्तिपीठ मन्दिरों में सामाजिक मूल्यों व राष्ट्रीय मूल्यों के व्यापक प्रचार-प्रसार व जनसामान्य को इससे जोड़ते हुए रामायण पाठ का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन के लिए गतवर्ष की भांति प्रत्येक जनपद में जनपद स्तरीय, तहसील स्तरीय एवं विकास खण्ड स्तरीय समिति का गठन करते हुए कार्यक्रम सम्पन्न कराया जाएगा।

मिशन शक्ति के अनुरूप होगी स्थानीय जनसहभागिता

उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों द्वारा अपने जनपद में चयनित देवी मन्दिरों, शक्तिपीठों में स्थानीय लोक कालाकारों, भजन मंडलियों, कीर्तन मंडलियों का चयन अपनी अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा किया जायेगा, जिसका समन्वय संस्कृति विभाग एवं सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा किया जाएगा। समस्त कार्यक्रम "मिशन शक्ति" के अनुरूप स्थानीय जनसहभागिता के साथ आयोजित किये जाएंगे। स्थानीय कलाकारों का चयन संस्कृति विभाग की ई-डायरेक्ट्ररी से किया जा सकता है।

हर जरूरी व्यवस्था कर ली जाए मुकम्मल

प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि प्रत्येक सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन स्थल पर साफ-सफाई, पेय जल, सुरक्षा, ध्वनि, प्रकाश एवं दरी-बिछावन आदि की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा ससमय सुनिश्वित करा ली जाये तथा सभी आयोजन स्थलों पर सक्षम स्तर पर अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करते हुए आयोजन सुनिश्चित कराये जाये। इसके अलावा महत्वपूर्ण देवी मन्दिरों और शक्तिपीठों का चयन करते हुए सम्बन्धित आयोजन स्थल का पता, फोटो, जीपीएस लोकेशन तथा प्रबन्धक का सम्पर्क नम्बर, कलाकारों का नाम, पता एवं मोबाइल नम्बर की जानकारी संस्कृति विभाग को भेजी जाए। कार्यक्रम के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के लिए संस्कृति विभाग की सहायक निदेशक रीनू रंगभारती को नोडल अधिकारी नामित किया गया है।