Kanwar Yatra 2025 के चलते गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर में 16 से 23 जुलाई तक सभी सरकारी व निजी स्कूल बंद रहेंगे। ट्रैफिक और सुरक्षा कारणों से प्रशासन ने यह फैसला लिया है। छात्रों की पढ़ाई के लिए ऑनलाइन क्लासेस चलाई जाएंगी।
UP school closed: सावन का महीना आते ही उत्तर प्रदेश की सड़कों पर शिवभक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है। इस बार कांवड़ यात्रा के कारण गाजियाबाद, मेरठ और मुजफ्फरनगर में स्कूलों के लिए अस्थायी ब्रेक की घोषणा की गई है। 17 से 23 जुलाई तक इन जिलों के सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे। प्रशासन ने छात्रों की सुरक्षा और ट्रैफिक की सुचारू व्यवस्था के लिए यह कदम उठाया है।
स्कूल बंद लेकिन पढ़ाई नहीं रुकेगी: ऑनलाइन क्लास का विकल्प
गाजियाबाद में स्कूल प्रशासन ने छात्रों की पढ़ाई में रुकावट न आने देने के लिए ऑनलाइन क्लासेस की शुरुआत कर दी है। अधिकतर स्कूलों ने अभिभावकों को वॉट्सऐप और अन्य माध्यमों से इसकी जानकारी दे दी है। यानी भले ही स्कूल बंद हों, लेकिन पढ़ाई जारी रहेगी।
शिवभक्तों की भीड़ से बिगड़ा यातायात, बच्चों को हो रही थी परेशानी
गाजियाबाद प्रशासन के मुताबिक, मेरठ रोड की एक लेन को कांवड़ियों के लिए आरक्षित किया गया है। इसका सीधा असर स्कूलों की नियमित आवाजाही पर पड़ा है। बैरिकेडिंग, ट्रैफिक डायवर्जन और भारी भीड़ के चलते बच्चों को स्कूल पहुंचने में दिक्कत हो रही थी। कुछ क्षेत्रों में तो छात्र बैरिकेड्स के नीचे से रेंगकर स्कूल पहुंचते देखे गए। इन्हीं हालातों को देखते हुए डीएम दीपक मीणा ने स्कूलों में अवकाश का फैसला लिया।
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क्या है पुलिस की रणनीति? चिन्हित किए गए 10 प्रेशर पॉइंट
यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाए रखने के लिए प्रशासन ने राजचौपला, एएलटी चौराहा समेत 10 अहम जगहों को ‘प्रेशर पॉइंट’ के रूप में चिन्हित किया है। इन स्थानों पर अतिरिक्त ट्रैफिक पुलिस बल की तैनाती की गई है। डीएम दीपक मीणा और एसीपी आलोक प्रियदर्शी ने कांवड़ मार्ग का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा भी लिया।
मेरठ और मुजफ्फरनगर में भी छुट्टी, प्रशासन सख्त
मेरठ के डीएम डॉ. वी.के. सिंह और मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी ने भी 16 से 23 जुलाई तक सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों, चाहे वे यूपी बोर्ड, सीबीएसई या आईसीएसई से संबंधित हों, में अवकाश घोषित किया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अगर कोई भी विद्यालय इस आदेश का उल्लंघन करता पाया गया तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
24 जुलाई से स्कूलों के दोबारा खुलने की संभावना है। प्रशासन लगातार हालात की निगरानी कर रहा है। अगर यात्रा के दौरान किसी प्रकार की अतिरिक्त भीड़ या तनाव की स्थिति बनती है तो छुट्टियों को आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
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