यूपी में मतदाता सूची पुनरीक्षण (एसआईआर) की डेडलाइन अब 11 दिसंबर तक बढ़ा दी गई। मुरादाबाद में बीएलओ सर्वेश सिंह ने दबाव के चलते आत्महत्या की। चुनाव आयोग ने नई तारीखों के साथ बीएलओ के काम का दबाव कम करने का फैसला किया।

यूपी में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण अभियान यानी एसआईआर को लेकर पिछले कई दिनों से उठ रही चिंताओं के बीच आखिरकार चुनाव आयोग ने बड़ा निर्णय लिया है। लगातार बढ़ते कार्यभार, फील्ड में बीएलओ की थकान, और कुछ जिलों में सामने आए दबावजनित मौतों ने इस अभियान की रफ्तार और व्यवस्था दोनों पर सवाल खड़े कर दिए थे। इन्हीं हालातों को देखते हुए आयोग ने एसआईआर की अंतिम तारीख एक सप्ताह के लिए बढ़ा दी है, ताकि बीएलओ को कुछ राहत मिल सके और मतदाता सूची का काम बिना जल्दबाज़ी के पूरा हो सके।

एसआईआर की नई समय सीमा: अब 11 दिसंबर तक भरे जाएंगे फॉर्म

चुनाव आयोग ने आधिकारिक रूप से बताया कि एसआईआर फॉर्म जमा करने की नई अंतिम तिथि अब 11 दिसंबर कर दी गई है। इसके साथ ही पूरे टाइमलाइन में बदलाव किया गया है:

  • ड्राफ्ट मतदाता सूची का प्रकाशन: अब 9 दिसंबर की जगह 16 दिसंबर
  • अंतिम मतदाता सूची जारी होने की तारीख: 7 फरवरी की जगह 14 फरवरी

कई जिलों से बीएलओ द्वारा बढ़ते दबाव और लगातार काम के बोझ की शिकायतें सामने आई थीं। कुछ मामलों में कर्मचारियों की मौत भी हुई, जिससे अभियान की कार्यशैली और सुरक्षा पर सवाल उठे।

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मुरादाबाद में बीएलओ की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा– 'टार्गेट पूरा नहीं कर पा रहा'

डेडलाइन बढ़ाए जाने के फैसले से पहले ही यूपी से एक दिल दहला देने वाली खबर आई। मुरादाबाद में 46 वर्षीय सर्वेश सिंह, जो भगतपुर टांडा ब्लॉक के जाहिदपुर सीकमपुर स्थित कंपोजिट विद्यालय में सहायक अध्यापक थे, ने शनिवार देर रात आत्महत्या कर ली। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें उन्होंने लिखा:

एसआईआर का टार्गेट पूरा न होने से बहुत तनाव में हूं। इसलिए आत्महत्या करने को मजबूर हूं।

सर्वेश सिंह को 7 अक्टूबर को बीएलओ बनाया गया था। उनके परिजनों और सहकर्मियों के अनुसार, वे कई दिनों से अभियान के दबाव और लगातार रिपोर्टिंग के चलते तनाव में थे। रविवार सुबह उनका शव घर में फंदे से लटका मिला।एसपी देहात कुंवर आकाश सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और प्रशासनिक कार्रवाई आगे की रिपोर्ट के आधार पर तय होगी।

बीएलओ के लिए क्या बदलता है यह फैसला?

विशेषज्ञों के अनुसार, डेडलाइन बढ़ाने से फील्ड में काम कर रहे बीएलओ को थोड़ी राहत मिलेगी, क्योंकि मतदाता सूची अपडेट का काम समय लेने वाला और अत्यधिक दस्तावेज़ी सत्यापन वाला होता है। लगातार बढ़ते दबाव के बीच यह फैसला महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

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Disclaimer: आत्महत्या किसी समस्या का हल नहीं है। अगर आपके मन में भी सुसाइड या खुद को चोट पहुंचाने जैसे ख्याल आ रहे हैं तो आप फौरन घर-परिवार, दोस्तों और साइकेट्रिस्ट की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा आप इन हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करके भी मदद मांग सकते हैं। आसरा (मुंबई) 022-27546669, सुमैत्री (दिल्ली) 011-23389090, रोशनी (हैदराबाद) 040-66202000, लाइफलाइन 033-64643267 (कोलकाता)। मानसिक तनाव होने पर काउंसलिंग के लिए हेल्पलाइन नंबर 14416 और 1800 8914416 पर संपर्क कर घर बैठे मदद पा सकते हैं।