Varanasi DM School Closed Order: वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ने और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए डीएम ने 5 और 6 अगस्त को 12वीं तक के सभी स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं। आदेश न मानने पर स्कूल प्रबंधकों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
Varanasi School Closed Today: उत्तर भारत में मानसून का प्रकोप अब डरावना रूप ले चुका है। वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और बाढ़ की गंभीर आशंका के चलते जिला प्रशासन को बड़ा फैसला लेना पड़ा है। वाराणसी के जिलाधिकारी ने जिले के सभी 12वीं तक के स्कूलों को 5 और 6 अगस्त को बंद रखने के आदेश दिए हैं। आदेश न मानने वाले स्कूलों पर सख्त कार्रवाई होगी।
क्यों लिया गया स्कूल बंद करने का फैसला?
गंगा नदी का जलस्तर वाराणसी में अब 72 मीटर पार कर चुका है, जो कि हाई फ्लड लेवल से महज डेढ़ मीटर नीचे है। यदि इसी रफ्तार से जलस्तर बढ़ता रहा, तो 1978 में आई विनाशकारी बाढ़ का रिकॉर्ड टूट सकता है। खतरे को भांपते हुए प्रशासन ने स्कूलों को बंद कर बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है।
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कौन-कौन से इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित?
- बाढ़ का पानी अब केवल घाटों तक ही सीमित नहीं रहा।
- अस्सी घाट, जहां आमतौर पर सैलानियों की भीड़ होती है, अब पानी में डूबा हुआ है।
- होटल, दुकानें और मकान सभी जलमग्न हो चुके हैं।
- नक्खी घाट पर वरुणा नदी भी उफान पर है, जिससे आसपास के रिहायशी इलाकों में पानी भर चुका है।
- सामने घाट, नगवा, अस्सी और लंका क्षेत्रों में भी बाढ़ का पानी फैल चुका है।
BHU ट्रॉमा सेंटर भी चपेट में
सबसे चिंताजनक बात यह है कि बीएचयू ट्रॉमा सेंटर तक बाढ़ का पानी पहुंच चुका है। सड़कों पर घुटनों तक पानी भर चुका है, जिससे मरीजों, डॉक्टरों और आम नागरिकों की आवाजाही बेहद मुश्किल हो गई है। कई गाड़ियाँ पानी में बंद हो रही हैं और लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की ओर जा रहे हैं।
जिला प्रशासन की टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत कार्य में जुटी हैं। जल पुलिस नावों के जरिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही है। डीएम ने साफ किया है कि हालात पर लगातार निगरानी रखी जा रही है, लेकिन आमजन से अपील है कि वह सतर्क रहें और अनावश्यक बाहर न निकलें।
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