सार

जमानत पर रिहा होने के बाद राजेंद्र गुप्ता ने अपनी पत्नी और बच्चों की हत्या कर दी। पुलिस संपत्ति विवाद, अंधविश्वास सहित कई कारणों पर शक जता रही है।

वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक घर में मां और उसके तीन बच्चों को गोली मारकर हत्या कर दी गई। 45 वर्षीय महिला और उसके तीन बच्चे मृत पाए गए। पति का शव बाद में घर से कुछ दूरी पर एक निर्माणाधीन इमारत में मिला। पुलिस का प्रारंभिक अनुमान है कि उसने अपनी पत्नी और बच्चों की हत्या करने के बाद खुदकुशी कर ली। पुलिस को शक है कि हत्याएं किसी तांत्रिक के कहने पर की गईं।

वाराणसी के भदैनी इलाके में हुई इस घटना ने लोगों को हिलाकर रख दिया। राजेंद्र गुप्ता का घर सुबह देर तक नहीं खुला तो घर की नौकरानी ने अंदर जाकर देखा। अंदर नीतू (45), उनके बच्चे नवेंद्र (25), गौरांगी (16) और शुभेंद्र गुप्ता (15) के शव पड़े थे। राजेंद्र गुप्ता घर पर नहीं थे। कुछ घंटों बाद उनका शव भी मिला। 

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गौरव बंसवाल ने बताया कि पड़ोसियों के मुताबिक, पारिवारिक विवाद हत्या का कारण बना। राजेंद्र गुप्ता पहले भी कुछ मामलों में आरोपी थे और जमानत पर रिहा होने के बाद उन्होंने अपने परिवार की हत्या कर दी। राजेंद्र गुप्ता के पास लगभग दस घर थे। पुलिस संपत्ति विवाद के एंगल से भी जांच कर रही है। ऐसा लगता है कि मां और बच्चों को सोते हुए गोली मारी गई। पुलिस के अनुसार, हत्या पिस्तौल से की गई थी। गोली के खोल बरामद कर लिए गए हैं। 

राजेंद्र गुप्ता पर अपने पिता की हत्या समेत कई आरोप थे। इस मामले में जमानत पर रिहा होने के बाद उन्होंने यह हत्याकांड किया। नीतू गुप्ता उनकी दूसरी पत्नी थीं। पुलिस को पता चला है कि दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था। एक साल से ज्यादा समय से वे अलग रह रहे थे। पुलिस को यह भी पता चला है कि गुप्ता अंधविश्वासी थे। पुलिस को शक है कि किसी तांत्रिक के कहने पर, जिसने बताया कि उसकी पत्नी और बच्चे उसकी तरक्की में बाधा हैं, गुप्ता ने हत्याएं कीं।