सार
देहरादून के अलकनंदा एन्क्लेव में 75 वर्षीय ओएनजीसी के रिटायर इंजीनियर अशोक कुमार गर्ग की हत्या के मामले का पुलिस ने तीन दिन के भीतर खुलासा कर दिया। आरोपी नवीन कुमार चौधरी और अनंत जैन ने पहले किरायेदार बनने के बहाने बुजुर्ग से संपर्क किया, फिर लूटपाट के इरादे से उनकी हत्या कर दी। वारदात में इस्तेमाल किया गया पेपर कटर और मृतक का सामान पुलिस ने बरामद कर लिया है।
यूपी से हैं आरोपी, आर्थिक तंगी बनी वजह
एसएसपी अजय सिंह के अनुसार, मुख्य आरोपी नवीन कुमार मेरठ का रहने वाला है और पेस्ट ट्रीटमेंट का काम करता है, जबकि अनंत जैन बागपत का निवासी है और फाइनेंस के क्षेत्र में काम करता था। आर्थिक तंगी के कारण दोनों ने अपराध को अंजाम दिया। नवीन की पत्नी गर्भवती है और उसे डॉक्टर ने ग्राउंड फ्लोर पर रहने की सलाह दी थी। इस कारण दोनों ने अशोक कुमार के घर को निशाना बनाया।
किरायेदार बनकर बुजुर्ग का विश्वास जीता
मंगलवार को नवीन और अनंत अशोक कुमार के घर पहुंचे। उन्होंने ग्राउंड फ्लोर का कमरा देखने के बहाने बुजुर्ग से मुलाकात की। अशोक कुमार को यह विश्वास दिलाने के लिए नवीन ने अपनी पत्नी से वीडियो कॉल कराई। किरायेदार की तलाश कर रहे अशोक ने दोनों से अच्छे व्यवहार के साथ बातचीत की।
पिन नंबर न देने पर कर दी हत्या
रात को दोनों आरोपी फिर से अशोक के घर पहुंचे। उन्होंने उनसे एटीएम कार्ड का पिन नंबर पूछा। जब बुजुर्ग ने पिन बताने से इनकार कर दिया, तो आरोपियों ने पेपर कटर से उनकी हत्या कर दी। हत्या के बाद दोनों ने मृतक का पर्स, एटीएम कार्ड और कुछ नकदी लेकर फरार हो गए।
पुलिस ने 500 ई-रिक्शा और 105 स्कूटर ट्रेस किए
हत्या के बाद आरोपी पैदल घर से निकले और स्कूटर तक पहुंचने के लिए ई-रिक्शा का इस्तेमाल किया। पुलिस ने करीब 500 ई-रिक्शा और 105 स्कूटरों को ट्रेस करने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया। बसंत विहार थाने की पुलिस ने गुरुवार को दोनों आरोपियों को पकड़ लिया और मृतक का पर्स, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड और 1500 रुपये नकद बरामद किए।
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