उत्तराखंड के टिहरी में यात्रियों से भरी बस 100 मीटर गहरी खाई में गिर गई, जिसमें 5 लोगों की मौत और 17 से अधिक घायल हुए। SDRF और पुलिस की टीमें मौके पर रेस्क्यू में जुटी हैं। गंभीर घायलों को ऋषिकेश एम्स रेफर किया गया है।

उत्तराखंड की पहाड़ियां अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती हैं, लेकिन इन घुमावदार सड़कों पर होने वाले हादसे अक्सर दिल दहला देने वाले होते हैं। टिहरी से आज एक ऐसी ही त्रासदी सामने आई, जिसने पूरे क्षेत्र को सदमे में डाल दिया। यात्रियों से भरी एक बस अचानक नियंत्रण खो बैठी और 100 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। चीख-पुकार और अफरा-तफरी के बीच रेस्क्यू का बड़ा अभियान शुरू किया गया।

जानकारी के मुताबिक यह हादसा टिहरी के नरेंद्र नगर के पास कुंजापुरी–हिंडोलाखाल रूट पर हुआ। बस में 28 से 30 यात्री सवार थे। अचानक मोड़ पर चालक का नियंत्रण खो गया और बस गहरी खाई में लुढ़क गई। नीचे खाई इतनी गहरी थी कि रेस्क्यू टीमें मौके तक पहुंचने में भी संघर्ष करती दिखीं।

अब तक 5 लोगों की मौत, 17 घायल

प्राप्त जानकारी के अनुसार हादसे में 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 4 महिलाएं और एक युवक शामिल हैं। वहीं 17 से अधिक यात्री घायल हुए हैं, जिनमें 7 की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। घायल यात्रियों में गुजरात के कुछ लोग भी शामिल हैं।

यह भी पढ़ें: अयोध्या जाने का प्लान है? रास्ते में न फंसें- जानिए सही रूट और किन वाहनों पर लगी रोक

एसडीआरएफ और पुलिस ने शुरू किया बड़ा रेस्क्यू अभियान

हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गईं। खाई की गहराई करीब 100 मीटर होने के कारण बचाव कार्य बेहद चुनौतीपूर्ण रहा।

  • गंभीर घायलों को ऋषिकेश एम्स रेफर किया गया है
  • अन्य घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया
  • मृतकों के शवों की पहचान की जा रही है और पोस्टमार्टम प्रक्रिया जारी है

मौके पर SDRF की पांच टीमें लगातार रेस्क्यू कार्य में जुटी हुई हैं।

Scroll to load tweet…

बस का नंबर और यात्रियों के बारे में जानकारी

हादसेग्रस्त बस का नंबर UK14PA1769 है। अधिकारी यात्रियों की पूरी सूची जुटाने और घायल लोगों के परिजनों से संपर्क साधने में लगे हैं।

रेस्क्यू में सबसे बड़ी चुनौती

जिस खाई में बस गिरी है, वह सड़क से लगभग 100 मीटर नीचे स्थित है, जिसके कारण:

  • घायलों तक पहुंचना मुश्किल
  • स्ट्रेचर्स को नीचे उतारने में समय
  • अंधेरा और पहाड़ी ढलानों की बाधाएं

रेस्क्यू टीमें रातभर ऑपरेशन चलाए रखने के लिए तैयार हैं।

स्थानीय प्रशासन अलर्ट पर

हादसे के बाद प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। आसपास के क्षेत्रों में एम्बुलेंस और मेडिकल टीमों को तैनात किया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद पहुंचाई जा सके।

यह भी पढ़ें: मेहमानों के लिए 1800 कमरे, VIP जेट की लाइन… अयोध्या में चल रही है जबरदस्त तैयारियां