सार
फाइनेंसियल टाइम्स ने गुरुवार को एक रिपोर्ट में कहा कि वोडाफोन आइडिया कंपनी की करीब 5 प्रतिशत हिस्सेदारी गूगल को बेचने की तैयारी में है। हालांकि रिपोर्ट में इससे जुड़ी डिटेल नहीं दी गई।
बिजनेस डेस्क। इस वक्त टेलिकॉम इंडस्ट्री की दिग्गज भारतीय कंपनियां कर्ज खत्म करने के लिए कंपनी में हिस्सेदारी बेंच रही हैं। इस कड़ी में सबसे पहले मुकेश अंबानी ने जियो प्लेटफॉर्म के करीब 10 प्रतिशत हिस्से को फेसबुक और बाद में दूसरी कंपनियों को बेचा। इस बीच जियो की तरह भारती एयरटेल की ओर से भी एयरटेल की हिस्सेदारी बेचने की खबरें आईं। अब कहा जा रहा है कि भारी कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया भी अपनी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है।
फाइनेंसियल टाइम्स ने गुरुवार को एक रिपोर्ट में कहा कि वोडाफोन आइडिया कंपनी की करीब 5 प्रतिशत हिस्सेदारी गूगल को बेचने की तैयारी में है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट इंक वोडाफोन आइडिया की प्रतिद्वंद्वी रिलायंस जियो इन्फोकॉम में भी कुछ हिस्सेदारी खरीदने की योजना बना रही थी मगर फेसबुक आगे निकल गई। हालांकि रिपोर्ट में इससे जुड़ी डिटेल्स नहीं दी गई हैं।
स्टॉक मार्केट में बढ़ गई वैल्यू
फाइनेंसियल टाइम्स की रिपोर्ट का असर शुक्रवार को स्टॉक मार्केट में देखने को मिला। वोडाफोन आइडिया का शेयर जो पिछले कई हफ्तों से बेहद कमजोर चल रहा था, शुक्रवार को स्टॉक मार्केट में तेजी के साथ खुला। शेयर्स में करीब 35 प्रतिशत तक की तेजी देखने को मिली। बीएसई में स्टॉक की कीमत एकदिन में 34.87 प्रतिशत तेजी के साथ 7.85 रुपये तक पहुंच गई। मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि डील की चर्चाओं की वजह से स्टॉक के भाव आने वाले दिनों में और ऊपर जा सकते हैं।
कई सौ करोड़ रेवेन्यू चुकाने हैं
निवेशकों ने गूगल की वजह से स्टॉक में निवेश को वरीयता दी। वोडाफोन आइडिया संग गूगल की डील के बारे में अभी आधिकारिक तौर पर कुछ भी सामने नहीं आया है। लेकिन ये डील होती है तो वोडाफोन आइडिया के लिए लाइफलाइन का काम करेगी। कंपनी पर करीब भारत सराकर को कई सौ करोड़ रुपये चुकाने हैं।