नई दिल्ली के पूरे इलाके को कवर करने के लिए खास तरह का सुरक्षा घेरा बनाया गया है। किसी तरह का ड्रोन या कोई भी चीज आसमान में नहीं उड़ा सकते हैं। अगर कोई आसमान में ऐसी कोई चीज उड़ाता है तो उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
प्रगति मैदान में डिप्लोमैटिक एरिया में सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। भारत मंडपम से लेकर कर्तव्य पथ तक कोने-कोने तक नजर रखी जा रही है। ऑप्टिकल टारगेट लोकेटर लगाए गए हैं।
भारत मंडपम के हॉल 4 और 14 में डिजिटल इंडिया को एक्सपीरिएंस करने के लिए खास AI चैटबॉट भी लगाया गया है, जो यहां आने वाले गेस्ट्स को उनके हर सवाल का जवाब भगवत गीता के आधार पर देगा।
G20 शिखर सम्मेलन नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित हो रहा है। इससे पहले देश के 60 शहरों में जी20 से जुड़ी करीब 200 बैठकें आयोजित हो चुकी हैं। इस ऐप से जुड़ी सभी जानकारियां और अपडेट्स के लिए पीएम मोदी ने G20 इंडिया ऐप लॉन्च किया है।
रिलायंस Jio अपने एनवर्सिरी पर कई धमाकेदार एक्स्ट्रा डेटा और वाउचर ऑफर कर रहा है। रिचार्ज प्लान के साथ कस्टमर्स को कई छूट मिल रहा है। इसमें 299 रुपए, 749 रुपए और 2,999 रुपए का रिचार्ज प्लान और कई सारे एक्स्ट्रा बेनिफिट्स शामिल हैं।
बिजनेस डेस्क : अब अगर आपके बैंक अकाउंट में पैसे नहीं है तो भी आप UPI से कहीं भी और कभी भी पेमेंट कर सकते हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने यूपीआई में प्री-अप्रूव्ड लोन सर्विस जोड़ने की मंजूरी दे दी है। अभी तक UPI से सिर्फ जमा रकम से ही लेनदेन होता था।
टेक डेस्क : रिसर्च कंपनी ओमडिया की हाल ही में आई एक रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2023 की पहली छमाही में दुनिया में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले 10 स्मार्टफोन कौन-कौन से हैं। इनमें एक ही कंपनी के 5 फोन शामलि हैं। देखें टॉप 10 की लिस्ट...
आईफोन 15 का लॉन्चिंग इवेंट को आप घर बैठे देख सकते हैं। ऐपल अपने यूट्यूब चैनल पर पूरा इवेंट लाइव स्ट्रीम करेगा। इस फोन के लॉन्च से पहले कुछ फीचर्स और लीक्स सामने आए हैं, जो बता रहे हैं कि फोन पहले से कितना खास है।
चांद और सूरज मिशन के बाद इसरो का अभियान और भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। आगामी दिनों में कई और ग्रहों पर फतह की तैयारी स्पेस एजेंसी ने कर रखी है। इससे अंतरिक्ष में भारत की अलग ही साख बन जाएगी।
लैंग्रेंज L1 पॉइंट से आदित्य एल 1 सूर्य का अध्ययन करेगा। यहां सूर्य और पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण बराबर हो जाती है। इसकी वजह से अंतिरक्ष यान की स्थिति स्थिर हो जाती है और फ्यूल की बचत भी हो जाती है। हालांकि, यहां का तापमान काफी ज्यादा होता है।