सार
6G तकनीक से जुड़े पेटेंट दाखिल करने में भारत दुनिया के शीर्ष छह देशों में शामिल हो गया है।
नई दिल्ली: दुनिया में 6G नेटवर्क तकनीक तैयार करने में भारत भी अग्रणी भूमिका निभाएगा। 6G तकनीक से जुड़े पेटेंट दाखिल करने में भारत दुनिया के शीर्ष छह देशों में शामिल है। वैश्विक स्तर पर छठी पीढ़ी की कनेक्टिविटी सुविधा के विकास में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका होगी, यह इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है।
6G समेत महत्वपूर्ण संचार तकनीकों पर चर्चा के लिए विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा 15 से 24 अक्टूबर तक दिल्ली में आयोजित हो रही है। 6G, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डाटा जैसी भविष्य की तकनीकों की कल्पना करने में यह सम्मेलन महत्वपूर्ण है। एशिया में पहली बार विश्व दूरसंचार मानकीकरण सभा का आयोजन हो रहा है। भारत इसका आयोजन कर रहा है, यह देश के दूरसंचार क्षेत्र को मजबूती देगा। इसी बीच 6G पेटेंट में भारत की ताकत को दर्शाते आंकड़े सामने आए हैं।
आईपी मैनेजमेंट कंपनी मैक्सवैल की रिपोर्ट के अनुसार, 6G तकनीक से जुड़े सबसे ज्यादा पेटेंट दाखिल करने वाले देशों में भारत फिलहाल छठे स्थान पर है। भारत ने 6G से जुड़े 188 पेटेंट दर्ज किए हैं। 2024 में ही यह संख्या 200 के पार हो जाएगी। 6,001 पेटेंट के साथ चीन पहले स्थान पर है। अमेरिका (3,909), दक्षिण कोरिया (1,417), जापान (584) और यूरोपीय संघ (214) क्रमशः दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें स्थान पर हैं। ब्रिटेन (151), जर्मनी (84), स्वीडन (74), फ्रांस (73) भारत से पीछे हैं।
वहीं, यूके स्थित यू स्विच के अध्ययन में 6G पेटेंट में भारत को चौथा स्थान दिया गया है। उनके अनुसार, भारत के पास 265 पेटेंट हैं। इस सूची में केवल चीन (4,604), अमेरिका (2,229) और दक्षिण कोरिया (760) ही भारत से आगे हैं। पेटेंट के प्रमुख आपूर्तिकर्ता और कम लागत वाली 6G तकनीक के अगुआ बनने की उम्मीद भारत से की जा रही है।