सार
माइक्रोसॉफ्ट आउटेज (Microsoft Outage) को लेकर क्राउडस्ट्राइक कंपनी के सीईओ जॉर्ज कुर्ट्ज (George Kurtz) ने बताया है कि डिफेक्टेड कंटेंट अपडेट परेशानी हुई। इसे ठीक कर लिया गया है।
टेक डेस्क। माइक्रोसॉफ्ट आउटेज (Microsoft Outage) से पूरी दुनिया प्रभावित हुई है। IT (इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी) से जुड़ी सेवाएं बाधित हुईं हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने बताया है कि यह दिक्कत क्राउडस्ट्राइक (CrowdStrike) अपडेट के कारण हुई है।
इस बीच क्राउडस्ट्राइक कंपनी के सीईओ जॉर्ज कुर्ट्ज (George Kurtz) ने बयान जारी कर बताया है कि समस्या क्यों पैदा हुई और इसके समाधान के लिए क्या किया गया है। उन्होंने कहा कि परेशानी डिफेक्टेड कंटेंट अपडेट के चलते शुरू हुई। इसे ठीक कर लिया गया है।
जॉर्ज कुर्ट्ज ने कहा, "क्राउडस्ट्राइक उन ग्राहकों के साथ काम कर रहा है, जो विंडोज होस्ट के लिए सिंगल कंटेंट अपडेट में पाई गई खराबी से प्रभावित हुए हैं। मैक और लिनक्स होस्ट प्रभावित नहीं हैं। यह कोई साइबर अटैक नहीं है, सुरक्षा का खतरा भी नहीं है। समस्या को पहचान कर उसका समाधान निकाल लिया गया है।"
क्राउडस्ट्राइक क्या है, इसका माइक्रोसॉफ्ट आउटेज से क्या संबंध है?
क्राउडस्ट्राइक एक साइबर सुरक्षा सॉफ्टवेयर कंपनी है। यह यूजर्स और व्यवसायों को एडवांस सुरक्षा देती है। यह क्लाउड-आधारित AI और मशीन लर्निंग का इस्तेमाल कर रियलटाइम में खतरों की तलाश करती है। इससे बचाव करती है।
यह भी पढ़ें- CrowdStrike: माइक्रोसॉफ्ट पर स्टीव जॉब्स का कमेंट वायरल, कही थी चुभने वाली बात
माइक्रोसॉफ्ट आउटेज क्राउडस्ट्राइक के'फाल्कन सेंसर' सॉफ्टवेयर के चलते हुआ है। यह विंडोज को क्रैश कर रहा है। इससे स्क्रीन पर 'ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ' दिखता है। क्राउडस्ट्राइक कंपनी की स्थापना 2011 में हुई थी। यह प्रमुख वैश्विक बैंकों, स्वास्थ्य सेवा और ऊर्जा कंपनियों सहित बड़ी कंपनियों और सरकारी ग्राहकों को फाल्कन सॉफ्टवेयर बेचती है।
अमेरिकी सरकारी एजेंसियों के साथ क्राउडस्ट्राइक के हैं करीबी संबंध
क्राउडस्ट्राइक कंपनी के अमेरिकी सरकारी एजेंसियों के साथ करीबी संबंध हैं। इसके चलते दुनिया भर में कई सरकारी संगठन और प्रमुख कंपनियां इस पर भरोसा करती हैं। यही वजह है कि जब इसके अपडेट के कारण विंडोज कंप्यूटर में समस्या हुई तो दुनिया भर की बड़ी कंपनियों, एयरलाइंस, हवाई अड्डों और अन्य महत्वपूर्ण सेवाओं पर असर पड़ा।
यह भी पढ़ें- स्टॉक एक्सचेंज से लेकर रेलवे, बैंकिंग तक...Microsoft की वजह से लटक गए कामकाज