सार

रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिका से प्रतिबंधित करीब एक जर्दन से ज्यादा संगठनों के एक्स अकाउंट्स पर एक्स का ब्लू टिक है। इस सर्विस को लेने के लिए प्रीमियम मेंबरशिप लेनी पड़ती है। एक्स प्रीमियम ब्लू टिक वाले अकाउंट्स को कई बेनिफिट्स देती है।

टेक डेस्क : अरबपति और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के मालिक एलन मस्क (Elon Musk) एक बार फिर विवादों में हैं। एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उनका सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) आतंकियों को ब्लू टिक सर्विस दे रही है। टेक ट्रांसपेरेंसी प्रोजेक्ट (TTP) की एक नई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि एक्स ने उन दो आतंकियों के अकाउंट को प्रीमियम और पेड सर्विस दिया है, जिसके संगठन को अमेरिका ने आतंकवादी घोषित कर रखा है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, एक्स अमेरिका से प्रतिबंधित टेररिस्ट ग्रुप के नेताओं को ही नहीं बल्कि सरकार से बैन कई संगठनों को भी यह सर्विस प्रोवाइड कर रही है।

क्या है एक्स का ब्लू टिक विवाद

इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिका से प्रतिबंधित करीब एक जर्दन से ज्यादा संगठनों के एक्स अकाउंट्स पर एक्स का ब्लू टिक है। इस सर्विस को लेने के लिए प्रीमियम मेंबरशिप लेनी पड़ती है। एक्स प्रीमियम ब्लू टिक वाले अकाउंट्स को कई बेनिफिट्स देती है। इसमें लंबे टेक्स्ट और वीडियो पोस्ट कर सकते हैं और ज्यादा विजुअल भी शामिल है।

कितने प्रतिबंधित अकाउंट्स पर ब्लू टिक

रिपोर्ट के अनुसार, एक्स पर 28 वेरीफाइड अकाउंट्स उन लोगों या ग्रुप के हैं, जिन्हें अमेरिकी सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा माना है। इस ग्रुप में हिजबुल्लाह के दो आतंकी, यमन में हूती से जुड़े अकाउंट्स और ईरान-रूस के सरकारी मीडिया अकाउंट भी शामिल हैं। इन अकाउंट्स में से 18 को पिछले साल अप्रैल में एक्स ने फीस लेकर वैरिफाइड किया है।

क्या है एक्स का रिएक्शन

रिपोर्ट में बताया गया है कि इस रिपोर्ट के आने के कुछ ही घंटों में एक्स ने रिपोर्ट में बताए गए सभी अकाउंट्स से ब्लू टिक हटा दिए। वहीं, ईरानी-प्रायोजित मिलिशिया हरकत अल-नुजाबा के एक अकाउंट को सस्पेंड भी कर दिया है। इनमें हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह और यमन में हूती विद्रोहियों से जुड़ा अकाउंट भी है। एक्स ने कंपनी के सेफ्टी अकाउंट से एक बयान शेयर करते हुए कहा है कि उनकी टीम ने टीटीपी रिपोर्ट की समीक्षा की है। जरूरत पड़ने पर एक्शन लेंगे।

 

 

क्यों दिए गए आंतकियों को ब्लू टिक

कंपनी ने बताया कि 'TTP रिपोर्ट में लिस्टेड कई अकाउंट को सीधे मंजूरी लिस्ट में नामित नहीं किया गया है। जबकि कुछ अन्य में कोई भी सर्विस के लिए बिना विजिबल चेकमार्क हो सकते हैं जो प्रतिबंधों में आएंगे।' एक्स पर ब्लू टिक बताते हैं कि किसी भी अकाउंट ने प्रीमियम या प्रीमियम प्लस सर्विस के लिए पेमेंट किया है। प्रीमियम लेवल के लिए 8 डॉलर प्रति महीने और सालाना 84 डॉलर है। जबकि प्रीमियम प्लस के लिए 16 डॉलर प्रति माह या 168 डॉलर सालाना है। गोल्डन टिक बताता हें कि एक अकाउंट ने एक्स को वैरिफाइड संगठन बनाने के लिए पेमेंट किया है।

इसे भी पढ़ें

गूगल की इस सर्विस को लेकर हाई रिस्क अलर्ट जारी, तुरंत हो जाइए सावधान !

 

WhatsApp पर आ रहा बचत कराने वाला फीचर ! जानें किसे होगा फायदा