सार

यूपीआई से 2023 में करीब 118 अरब का लेनदेन हुआ है, जो 2022 में 74 बिलियन लेनदेन की तुलना में 60% ज्यादा है। पिछले सालयूपीआई लेनदेन का कुल वैल्यू करीब 182 लाख करोड़ था, जो 2022 में 126 लाख करोड़ से 44 फीसदी ज्यादा है।

टेक डेस्क : अब UPI से 5 लाख तक का पेमेंट कर सकते हैं। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने 10 जनवरी तक हॉस्पिटल और एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन में यूपीआई ट्रांजैक्शन की लिमिट बढ़ाक5 लाख रुपए करने का निर्देश दिया है। मतलब अब फोन पे, पेटीएम या गूगल पे जैसी यूपीआई इस्तेमाल करने वाले अस्तपताल और शैक्षणिक संस्थानों में 5 लाख रुपए तक का बिल पेमेंट कर पाएंगे।

क्या है यूपीआई पेमेंट का नया रूल

एनपीसीआई ने बैंकों, पीएसपी और यूपीआई एप्लीकेशन को बताई गई मर्चेंट कैटेगरी के लिए लेनदेन की सीमा बढ़ाने का निर्देश दे दिया है। एनपीसीआई ने साफ कर दिया है कि अब 1 लाख से 5 लाख तक की सीमा सिर्फ वैरिफाइड मर्चेंट्स यानी अस्पताल और शैक्षणिक संस्थानों पर ही लागू होगी।

5 लाख तक पेमेंट का सर्कुलेशन जारी

NPCI ने अपने सर्कुलर में बताया, पीएसपी और बैंक, यूपीआई ऐप्स, व्यापारियों और अन्य पेमेंट प्रोवाइडर्स से अपील है कि वे अपने यहां बदलाव करें. 10 जनवरी, 2024 तक इसको सुनिश्चित करें। बता दें कि अभी NPCI की तय UPI लेनदेन की सीमा 1 लाख रुपए प्रति दिन है।

कब हुआ था फैसला

पिछली मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने इसका ऐलान करते हुए कहा थआ कि अब अस्पताल और शैक्षणिक संस्थानों में 5 लाख तक का बिल यूपीआई से भर सकेंगे। बता दें कि यूपीआई प्लेटफॉर्म ने पिछले साल 2023 में 100 बिलियन का आंकड़ा पार कर लिया है। 2023 में इससे करीब 118 अरब का लेनदेन हुआ है। एनपीसीआई ने जो आंकड़े जारी किए हैं, उनके मुताबिक, 2022 में 74 बिलियन लेनदेन की तुलना में यह 60% ज्यादा है। पिछले सालयूपीआई लेनदेन का कुल वैल्यू करीब 182 लाख करोड़ था, जो 2022 में 126 लाख करोड़ से 44 फीसदी ज्यादा है।

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