Budh Vakri 2022: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर ग्रह को एक विशेष पद दिया है जैसे सूर्य को ग्रहों का राजा कहा जाता है मंगल को सेनापति। उसी तरह बुध को ग्रहों का राजकुमार कहा जाता है। ये ग्रह 23 दिनों में राशि बदलता है।
Budh Vakri 2022: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुछ ग्रहों को छोड़कर अन्य सभी ग्रह समय-समय पर मार्गी और वक्री होते हैं। यानी इनकी चाल में परिवर्तन देखने को मिलता है। ग्रहों की चाल बदलने का असर हमारे जीवन पर भी पड़ता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर ग्रह एक निश्चित समय पर राशि बदलता है और वक्री व मार्गी भी होता है। ग्रहों का वक्री होना एक साधारण घटना है, लेकिन इसका प्रभाव सभी राशि के लोगों पर दिखाई देता है।