यूक्रेन विवाद के बाद रूस ने दो अलगाववादी क्षेत्रों को देशों के रूप में मान्यता दे दी है। रूस की मान्यता के बाद यूएस के नेतृत्व वाले नाटो देश उससे खफा हैं। रूस पर वह लगातार प्रतिबंध लगा रहे हैं। लेकिन इन सबके बावजूद इन पश्चिमी देशों को प्राकृतिक गैस के लिए काफी हद तक निर्भरता है।