जब भी कारगिल की लड़ाई की बात होती है, तो हमेशा शेखावाटी का नाम सबसे पहले आता है। शेखावाटी ही राजस्थान का एक ऐसा क्षेत्र है, जहां से करीब 50 से ज्यादा सैनिक कारगिल की लड़ाई में शहीद हुए थे।
कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि उस वक्त हमने LoC पार नहीं किया था इसका मतलब यह नहीं कि आगे पार नहीं करेंगे। भविष्य में जरूरत हुई तो इसे जरूर पार करेंगे।
पाकिस्तान सैनिकों की घुसपैठ को नाकाम करते हुए भारतीय सेना ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए 26 जुलाई, 1999 को उसे खदेड़ दिया था। इस युद्ध को 'कारगिल युद्ध' के नाम से जाना जाता है। कारगिल युद्ध 3 मई, 1999 से शुरू हुआ था और 26 जुलाई, 1999 तक चला था।
1999 में पाकिस्तान के तत्कालीन पीएम नवाज शरीफ को जानकारी दिए बिना सेना प्रमुख जनरल परवेज मुशर्फ ने कारिगल का युद्ध छेड़ दिया था। जंग में पाकिस्तान को हारता देख और सत्ता जाने के डर से नवाज शरीफ परिवार संग अमेरिका दौरे पर गए थे।
भारत के स्वर्णिंम इतिहास मे 26 जुलाई का दिन बेहद खास है। 26 जुलाई 1999 को भारतीय सैनिकों ने कारिगल की दुर्गम चोटियों पर पाकिस्तानी सेना को घुटनों पर ला दिया था और हजारों फीट के ऊंचाई पर तिरंगा लहराया था।
26 जुलाई को कारगिल युद्ध की 24वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। 1999 में पाकिस्तान ने कारिगल की ऊंची पहाड़ियों पर कब्जा किया लेकिन भारतीय सेना ने अदम्य साहस के बलबूते पाकिस्तान को सीमा पार खदेड़ दिया।
हर साल 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) मनाया जाता है। भारतीय सेना के पराक्रम से यह दिन इतिहास में अमर हो गया है।
करगिल की जंग को 23 साल हो चुके हैं। 26 जुलाई को भारत ने पाकिस्तान के कब्जे से अपने सभी प्वाइंट्स वापस ले लिए थे। युद्ध खत्म होने के बाद 26 जुलाई का दिन करगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। आखिर क्यों हुआ था ये युद्ध और कितने दिनों तक चला। आइए जानते हैं।
1999 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुआ करगिल का युद्ध करीब ढाई महीने तक चला था। इस दौरान कई जवानों ने अपना बलिदान दिया। वहीं कुछ सैनिक ऐसे भी हैं, जिन्होंने जंग में दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए। ऐसे ही एक जवान हैं, सतेंद्र सांगवान। करगिल विजय दिवस पर जानते हैं उनकी कहानी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन और पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि भारत अब पहले वाला देश नहीं है। भारत दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में से एक के रूप में उभरा है। कोई हमारी सीमाओं को तोड़ने की हिम्मत नहीं कर सकता।