Saphala Ekadashi 2022: साल 2022 की अंतिम एकादशी 19 दिसंबर, सोमवार को है। इस दिन एक नहीं कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसके चलते इस एकादशी का महत्व और भी बढ़ गया है। इस एकादशी का नाम सफला एकादशी है। इस दिन व्रत करने से हर काम में सफलता मिलती है।
Kaal Bhairav Upay: इस बार कालभैरव अष्टमी का पर्व 16 नवंबर, बुधवार को मनाया जा रहा है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, भगवान कालभैरव शिवजी के क्रोध से उत्पन्न हुए थे। इस दिन भैरव मंदिरों में विशेष साज-सज्जा व पूजा की जाती है।
Diwali Upay 2022: कार्तिक मास की अमावस्या को दीपावली का पर्व मनाया जाता है। इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा विशेष रूप से की जाती है। माना जाता है कि दीपावली की रात कुछ आसान उपाय करने से धन लाभ के योग बनते हैं।
Maha Ashtami Ke Upay : धर्म ग्रंथों में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व बताया गया है। वैसे तो इस पर्व की सभी तिथियां महत्वपूर्ण होती हैं, लेकिन अष्टमी और नवमी तिथियां सबसे खास मानी गई हैं। इन्हें महाष्टमी और महानवमी कहा जाता है।
रक्षाबंधन (Rakshabandhan 2022) हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। ये पर्व हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा (Sawan Purnima Ke Upay) को मनाया जाता है। ज्योतिषियों में मतभेद होने के कारण इस बार ये पर्व 11 और 12 अगस्त को मनाया जाएगा।
इन दिनों भगवान शिव का प्रिय सावन मास चल रहा है, जो 11 अगस्त तक रहेगा। इस महीने की प्रत्येक तिथि अपने आप में खास रहती है। इस महीने में आने वाली सभी शनिवार भी बेहद खास होते हैं। इस दिन किए गए उपाय ही शुभ फल देते हैं।
भगवान शिव के अनेक नाम है, उनमें से एक नाम महेश भी प्रसिद्ध है। भगवान शिव के इसी नाम से माहेश्वरी समाज की उत्पत्ति मानी जाती है। हर साल ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को माहेश्वरी समाज द्वारा विशेष रूप से महेश नवमी (Mahesh Navami 2022) का त्योहार भी मनाया जाता है।
धर्म ग्रंथों में वैशाख मास का विशेष महत्व बताया गया है। इस महीने में भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है। भगवान विष्णु का प्रिय मास होने के कारण इसे माधव मास भी कहते हैं। इस महीने की अंतिम तिथि पूर्णिमा होती है।
हिंदू धर्म में अनेक तिथियों को बहुत विशेष माना गया है जैसे पूर्णिमा, अमावस्या, चतुर्दशी आदि। इन सभी तिथियों में एकादशी का भी विशेष महत्व है। इसे भगवान विष्णु की प्रिय तिथि माना जाता है।
हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। हिंदू पंचांग के अनुसार एक महीने में 2 बार एकादशी तिथि आती है। इस प्रकार एक साल में 24 एकादशी आती है। इनमें से हर एकादशी का विशेष महत्व धर्म ग्रंथों में बताया गया है।