Ayodhya Ram Mamdir Facts: पिछले दिनों एक राजनेता ने भगवान श्रीराम पर विवादित बयान दिया कि श्रीराम जंगल में रहकर मांस खाते थे। इतना बोलकर उन्होंने बैठे-बिठाए विवाद मोल ले लिया। मामला इतना बिगड़ा कि बाद में उस राजनेता को माफी तक मांगनी पड़ी।
fathers day 2023: इस बार फादर्स डे 18 जून, रविवार को है। इस दिन लोग पिता के प्रति अपना अपना प्रेम और सम्मान प्रकट करते हैं। वैसे तो फादर्स डे मनाने का चलन पश्चिमी देशों में हैं, लेकिन भारत में भी इसका चलन बढ़ता जा रहा है।
Panchak Myth: हिंदू धर्म में पंचक को लेकर कई मान्यताएं और परंपराएं हैं। इन्हीं में से एक मान्यता ये भी है कि पंचक में यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु होना बहुत अशुभ होता है। इस अशुभ फल से बचने के लिए कुछ खास उपाय करना चाहिए।
Mother's Day 2023: हर साल मई माह के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है। इस बार 14 मई को को मदर्स डे मनाया जाएगा। हिंदू धर्म में माता के लिए कोई दिन निश्चित नहीं है क्योंकि माता के बिना तो कोई दिन होता ही नहीं है।
मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अब गीता-रामायण का पाठ भी पढाया जाएगा। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राजधानी भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान इसकी घोषणा की।
राजस्थान के बाड़मेर शहर से धार्मिक भावनाओं को भड़कानें वाला सनसनीखेज मामला सामने आया। कुछ लोगों द्वारा हिंदू धर्म ग्रंथ जलाए गए। जिसमें हिंदू संगठनों के विरोध के करने के बाद एक्शन में आई पुलिस ने 3 आरोपियों को किया गिरफ्तार। अन्य की तलाश अभी भी जारी।
Pitru Paksha 2022: हिंदू धर्म में मृत पूर्वजों से संबंधित अनेक परंपराएं हैं। श्राद्ध भी इनमें से एक है। पितृ के श्राद्ध के लिए धर्म ग्रंथों में पितृ पक्ष के 16 दिन तय किए गए हैं। इस बार पितृ पक्ष 10 से 25 सितंबर तक रहेगा।
हिंदू धर्म में कई ऐसे त्योहार हैं जो हजारों सालों में मनाए जा रहे हैं। इनकी शुरूआत कैसे हुई, इसके बारे में कई मान्यताएं और कथाएं प्रचलित हैं। रक्षाबंधन भी एक ऐसा ही त्योहार है। ये त्योहार श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है।
भगवान विष्णु ने धर्म की रक्षा के लिए कई अवतार लिए। इनका छठा अवतार परशुराम के रूप में था। भगवान परशुराम से जुड़ी कई कथाएं धर्म ग्रंथों में मिलती है। परशुराम इतने क्रोधी थे कि अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए उन्होंने 21 बार धरती से क्षत्रियों का नाश कर दिया था।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, देवताओं के गुरु बृहस्पति हैं। इसलिए इन्हें देवगुरु भी कहा जाता है। इनसे संबंधित अनेक कथाएं पुराणों में पढ़ने को मिलती हैं। बृहस्पति ब्रह्माजी के मानस पुत्र महर्षि अंगिरा के सबसे पहले पुत्र बताए गए हैं। इनके दो अन्य भाइयों के नाम उतथ्य और संवर्त है।