पूर्व उप राष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू केा पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया तो गायिका उषा उथुप और भरतनाट्यम नृत्यांगना डॉ. पद्मा सुब्रमण्यम जैसी प्रतिष्ठित हस्तियों को पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
Padma Awards 2024. 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सरकार ने पद्म पुरस्कारों की 132 लोगों की लिस्ट जारी की है। इसमें कला, शिक्षा, उद्योग, साहित्य, विज्ञान, अभिनय, चिकित्सा, सामाजिक सेवा और सार्वजनिक मामलों में योगदान देने वालों के नाम हैं।
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव को मरणोपरांत पद्म विभूषण दिया जाएगा। इसको लेने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव अपने परिवार के साथ दिल्ली के रवाना हो चुके है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म पुरस्कार देकर सम्मानित किया। राष्ट्रपति ने पहला पद्म सम्मान आर्किटेक्ट बालकृष्ण दोषी को दिया।
यूपी सरकार में पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि जिन्होंने रामभक्तों पर गोली चलवाई उन्हें भाजपा ने सम्मान देने का काम किया है। इसी के साथ उन्होंने स्वामी प्रसाद पर भी निशाना साधा।
गूगल और अल्फाबेट के सीईओ भारतीय-अमेरिकी सुंदर पिचाई को ट्रेड एंड इंडस्ट्री कैटेगरी में 2022 के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। मदुरै में जन्मे पिचाई को इस साल की शुरुआत में 17 पुरस्कार विजेताओं में से एक नॉमिनेट किया गया था।
कल्याण सिंह के पौत्र एवं प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार संदीप सिंह ने बताया कि सोमवार की शाम पांच बजे राष्ट्रपति पद्म विभूषण से बाबूजी (कल्याण सिंह) को सम्मानित करेंगे। बाबूजी के प्रतिनिधि के रूप में राजवीर सिंह राजू भैया सम्मान प्राप्त करेंगे। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर स्व. कल्याण सिंह को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित करने की घोषणा की गई थी।
शिवानंद बाबा वाराणसी के रहने वाले है और उनकी उम्र 126 साल है। शिवानंद बाबा को राष्ट्रपति भवन में पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया राष्ट्रपति भवन में जैसे ही बाबा का नाम लिया गया उन्होंने सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शीश नवाया उसके उपरांत राष्ट्रपति को शीश नवाया। बाबा की आयु और शरीर की फूर्ति देख राष्ट्रपति भवन सहित पूरा देश आश्चर्यचकित रह गया।
बजाज समूह के एक बयान में कहा गया है कि श्री बजाज ने जब आखिरी सांस ली तो उस समय परिवार के करीबी सदस्य मौजूद थे। राहुल बजाज ने पिछले साल अप्रैल में बजाज ऑटो के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था।
Padma award 2022 : कर्ण सिंह ने कहा कि मैं गुलाम नबी आजाद को उस वक्त से जानता हूं जब उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। 1971 में वे ऊधमपुर संसदीय क्षेत्र से मेरे दूसरे चुनाव प्रचार में शामिल हुए थे। आजाद अपनी कड़ी मेहनत से आगे बढ़ते गए।