Shivaji Maharaj Jayanti March 2023: शिवाजी महाराज ने मुगलों से देश को आजाद करवाने के लिए कई युद्ध किए। यहां तक कि अपना पूरा जीवन ही देश को समर्पित कर दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, उनका जन्म चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को हुआ था।
इस बार 28 जुलाई, गुरुवार को श्रावण मास की अमावस्या है। इसे हरियाली अमावस्या (Hariyali Amavasya 2022) कहते हैं। धर्म ग्रंथों में इस अमावस्या का विशेष महत्व बताया गया है। ये तिथि स्नान-दान, पूजा, उपाय, पितृ तर्पण आदि के लिए बहुत ही शुभ मानी गई है।
आज (10 अप्रैल, रविवार) चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि है। इस दिन श्रीराम नवमी (Ram Navami 2022) का उत्सव मनाया जाता है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, त्रेतायुग में इसी तिथि पर भगवान विष्णु ने अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र राम के रूप में अवतार लिया था। भगवान
10 अप्रैल, रविवार को श्रीराम नवमी (Ram Navami 2022) का पर्व मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, त्रेतायुग में इसी तिथि पर भगवान विष्णु ने अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र श्रीराम के रूप में अवतार लिया था। इसीलिए हर वर्ष इस तिथि पर भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है।
फाल्गुन पूर्णिमा के दूसरे दिन होली (Holi 2022) का त्योहार मनाया जाता है। इस बार ये त्योहार 18 मार्च, शुक्रवार को है। होली को रंगों का त्योहार कहा जाता है। रंगों का हमारे जीवन में खास महत्व है। सूर्य की किरणों में ही सात रंगों का सार छिपा है।
दुनिया भर में भारत को उसकी संस्कृति व विविधताओं के लिए जाना जाता है। यहां का हर त्योहार मानव सभ्यता को कुछ न कुछ संदेश देता है। होली (Holi 2022) भी इन्हीं त्योहारों में से एक है। होली एक ऐसा त्योहार है, जिसमें लोग दुश्मनी भूलकर एक-दूसरे से गले लग जाते हैं।
हर साल माघ मास की पूर्णिमा तिथि पर संत रविदासजी (Ravidas Jayanti 2022) की जयंती मनाई जाती है। इस बार ये तिथि 16 फरवरी, बुधवार को है। संत रविदास को रैदासजी के नाम से भी जाना जाता है। इनके माता-पिता एक चर्मकार थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) सोमवार (7 फरवरी) को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के विषय पर बोलते हुए कहा कि सदन में संविधान का अपमान किया गया है।
वसंत पंचमी पर ज्ञान और संगीत की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। इस बार वसंत पंचमी (Vasant Panchami 2022) का पर्व 5 फरवरी, शनिवार को है। इस दिन देवी सरस्वती की कृपा से ही हमें जीवन में सफलता मिलती है, यही कारण है कि लगभग हर स्कूल, कॉलेज और शिक्षा संस्थान में देवी सरस्वती के चित्र या प्रतिमा जरूर लगाई जाती है।
हिंदू धर्म में अनेक धर्म ग्रंथ हैं। इन सभी से जुड़ी अलग-अलग मान्यताएं हैं। लेकिन इन सभी में श्रीमद्भगवद गीता (Geeta Jayanti 2021) बहुत ही विशेष है क्योंकि ये एकमात्र ऐसा ग्रंथ है, जिसकी जयंती मनाई जाती है।