सार

गुलशन कुमार को 12 अगस्त 1997 को गोली मार दी गई। अब्दुल रऊफ उर्फ ​​दाऊद मर्चेंट को 2001 में आजीवन कारावास की सजा दी गई। 

नई दिल्ली. दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim)। अंडरवर्ल्ड डॉन। वॉन्टेड। समय-समय पर भारत ने कई डोजियर देकर बताया कि वह पाकिस्तान में छुपा हुआ है। आज उसी दाऊद इब्राहिम का जन्मदिन है।  26 दिसंबर 1955 को महाराष्ट्र (Maharashtra) के खेड़ में जन्म हुआ। पिता इब्राहिम कास्कर (Ibrahim Kaskar) मुंबई पुलिस (Mumbai Police) में हेड कांस्टेबल थे। मां अमीना बी गृहिणी थीं। वह डोंगरी के जडगांव इलाके में रहता था। दाऊद के नाम क्राइम की एक पूरी लिस्ट है, जिसमें गुलशन कुमार (Gulshan Kumar) की हत्या भी शामिल है। दाऊद इब्राहिन के जन्मदिन पर उसी हत्याकांड की पूरी कहानी बताते हैं।
 
अब्दुल रऊफ को आजीवन कारावास
गुलशन कुमार को 12 अगस्त 1997 को गोली मार दी गई। अब्दुल रऊफ उर्फ ​​दाऊद मर्चेंट को 2001 में आजीवन कारावास की सजा दी गई। बॉम्बे हाईकोर्ट में चुनौती दी, लेकिन 1 जुलाई 2021 को कोर्ट ने पहले फैसले को बरकरार रखा। वह हत्याकांड के हत्यारों में से एक था। कोर्ट ने आरोपी रमेश तौरानी को बरी करने के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार की अपील को भी खारिज कर दिया।

मंदिर के बाहर मारी गई थी गोली
टी सीरीज के मालिक गुलशन कुमार की 12 अगस्त 1997 को मुंबई में एक मंदिर से बाहर आते समय गोली मार दी गई। रऊफ सहित दूसरे हत्यारे 2 महीने से गुलशन कुमार की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे। हत्या कथित तौर पर दाऊद इब्राहिम गिरोह के इशारे पर की गई थी।

3 हमलावरों ने मारी थीं 16 गोलियां
गुलशन कुमार मुंबई के अंधेरी में एक मंदिर गए थे। वहीं पर तीन हमलावरों ने 16 गोलियां मारी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। 30 अगस्त 1997 को म्यूजिशियन नदीम-श्रवण की जोड़ी कहे जाने वाले नदीम अख्तर सैफी को गुलशन कुमार की हत्या में साजिशकर्ता बताया गया। कहा जाता है कि एक एल्बम में प्रचार न पाने की वजह से नदीम नाराज थे। हालांकि बाद में नदीम को इस मामले में बरी कर दिया गया था। वह तब से यूनाइटेड किंगडम में है।

400 पन्नों की चार्जशीट में 26 आरोपी  
नवंबर 1997 में पुलिस ने 400 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की, जिसमें 26 लोगों को आरोपी बनाया गया। पंद्रह लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में एक आरोपी मोहम्मद अली शेख सरकारी गवाह बन गया। पुलिस ने आरोपपत्र में कहा था कि गुलशन कुमार की हत्या की साजिश दुबई में दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस के ऑफिस में रची गई थी। जनवरी 2001 में हत्यारों में से एक अब्दुल रऊफ उर्फ ​​दाउद मर्चेंट को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया। हालांकि अप्रैल 2002 में 26 में से 18 आरोपियों को बरी कर दिया गया।

ये भी पढ़ें..

क्रिसमस की तैयारी कर रहा था बच्चा, तभी कुत्ते ने किया ऐसा हमला- बच्चे की हो गई मौत

होंठ 3 गुना ज्यादा बड़े होने पर डर गई लड़की, जानें क्यों कहा- मैंने अब तक का सबसे बुरा काम किया

महिला को ऑनलाइन देख लोग खा जाते हैं धोखा, फिर ब्यूटी टिप्स मांगते हुए पूछते हैं खास सवाल

14 सेकंड के वीडियो में दिखी खतरनाक आंधी, टीन की छत हवा में उड़ती हुई आई नजर