दिल्ली में JNU छात्रों का प्रदूषण विरोधी प्रदर्शन विवादास्पद हो गया जब प्रदर्शनकारियों ने नक्सली कमांडर हिडमा के सपोर्ट में नारे लगाए। बीजेपी नेता ने इसे पूरी तरह से प्रायोजित बताया है। वहीं पुलिस भी इस मामले की जांच करेगी।  

JNU students protest for Naxalite Hidma: सर्दियों के आने के साथ ही देश की राजधानी दिल्ली का वायु प्रदूषण का स्तर लगातार गिरता जा रहा है। यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के आंकड़े बेहद चिंताजनक हैं। वहीं इसकी आड में अब जमकर राजनीति भी सुरु हो गई है। बीते दिन यानि 23 नवंबर 2025 को इंडिया गेट पर जेएनूय के छात्रों ने इस पर जोरदार प्रदर्शन कियास, हालांकि हमेशा की तरह वामपंथी छात्रों का ये प्रदर्शन भी प्रायोजित था। पॉल्युशन के विरोध की आड में छात्र-छात्राओं ने जो किया नो शर्मनाक बताया गया है।

दिल्ली में हवा प्रदूषण के विरोध में थी रैली

जेएनूयू के वामपंथी विचारधारा से जुड़े छात्र-छात्राओ ने दिल्ली के इंडियागेट पर राजधानी की खराब हो रही आवो-हवा के खिलाफ प्रदर्शन किया। छात्र संगठनों की मांग थी कि दिल्ली में खराब हो रही हवा और बढ़ते प्रदूषण को लेकर सरकार कुछ नहीं कर रही है। वहीं इस दौरान छात्रों ने खूंखार नक्सली हिडमा के अमर रहे के नारे भी लगाए गए। बता दें कि कमांडर हिडमा हाल ही में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में मार गिराया था। वह उस घटना में भी शामिल था, जिसमें 76 सीआरपीएफ जवानों को ब्लास्ट करके उड़ा दिया गया था ।

प्रदूषण के बहाने हिडमा का समर्थन

प्रदर्शकारियों ने माओवादी कमांडर माडवी हिडमा के पोस्टर लेकर नक्सली बाहुल्यता वाले स्टेट की जमकर तारीफ की, प्रदर्शनकारी लड़कियों ने हिडमा की तरफदारी करते हुए कहा कि, छत्तीसगढ़ में देखिए कितनी स्वचछ हवा है। वहां नक्सलियों ने प्रदूषण को कंट्रोल कर रखा है। छात्रों ने माओवादी के सपोर्ट में बैनर- पोस्टर लहराए। कुछ प्रदर्शनकारियों ने मीडिया से बात करते कहा कि हिडमा आदिवासी संघर्ष का प्रतीक था और हवा के प्रदूषण से जुड़ी आदिवासी लड़ाई को भी सामने लाना चाहिए। इस दौरान कई बार हिडमा अमर रहे के नारे लगाए गए। वहीं भाजपा नेताओं ने इस नारेबाजी की कड़ी निंदा की है और इसे प्रदर्शन की मुख्य धारा से भटकाने वाला बताया है।

छात्रों ने लगाए हिडमा अमर रहे के नारे-



बीजेपी नेता अमित मालवीय ने वीडियो शेयर करके विरोध पर सवाल उठाए हैं। 

Scroll to load tweet…