युद्ध के दौरान खाना खिलाने वाली चैरिटी 'लव एड सिंगापुर' के लिए अपना प्यार और आभार जताते हुए, एक फिलिस्तीनी जोड़े ने अपनी बच्ची का नाम 'सिंगापुर' रखा है।
गाजा में एक फिलिस्तीनी जोड़ा अपनी बच्ची को दिए एक नाम की वजह से सुर्खियों में है। इस कपल ने अपनी बच्ची का नाम 'सिंगापुर' रखा है। बताया जा रहा है कि उन्होंने यह अनोखा नाम इसलिए रखा ताकि वे सिंगापुर की उस चैरिटी का शुक्रिया अदा कर सकें, जो युद्ध के दौरान उन्हें लगातार खाना खिलाती थी। 'द स्ट्रेट्स टाइम्स' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बच्ची का जन्म 16 अक्टूबर को हुआ था। माना जा रहा है कि यह फिलिस्तीन की पहली बच्ची है जिसका नाम सिंगापुर है। बच्ची के पिता, हमदान हदाद, 'लव एड सिंगापुर' द्वारा चलाए जा रहे एक सूप किचन में बावर्ची का काम करते हैं, जो लगभग दो साल से गाजा में लोगों को पका हुआ खाना बांट रहा है।
इस संगठन के संस्थापक और सिंगापुर के एक सामाजिक कार्यकर्ता, गिल्बर्ट गोह ने इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। हमदान हदाद कहते हैं, ''जब मेरी पत्नी गर्भवती थी, तो वह 'लव एड सिंगापुर' की रसोई से ही खाना खाती थी। अकाल जैसी इस स्थिति में इसी रसोई ने हमें खाना दिया। यही वजह है कि मैंने अपनी बच्ची का नाम सिंगापुर रखने का फैसला किया। मैं यह नाम रखना चाहता था, मैं उनसे प्यार करता हूं।''
'लव एड सिंगापुर' ने बच्ची के जन्म प्रमाण पत्र की एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर शेयर की है। चैरिटी ने कहा कि यह घटना उनके स्वयंसेवकों और उन परिवारों के बीच के खास रिश्ते को दिखाती है जो जिंदा रहने के लिए उनकी रसोई पर निर्भर थे। चैरिटी ने यह भी कहा, 'हम बच्ची के लंबे और स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं, और उम्मीद है कि युद्धविराम के बाद वह एक बेहतर दुनिया में बड़ी होगी।'
