हिमालयी के योगी का -55° टेम्पेरचर में ध्यान करते वीडियो इंटरनेट पर तेजी वायरल है। कौलान्तक पीठ से जुड़े इस योगी ने दशकों की साधना से शरीर और मन पर ऐसा नियंत्रण पाया कि ठंड भी उस पर बेअसर है।
The Ascetic of the Himalayas: बर्फीला तूफान, तापमान माइनस 55 डिग्री सेल्सियस... चारों तरफ घोरसन्नाटे में एक योगी ध्यानमग्न होना किसी आश्चर्य से कम नहीं। शरीर पर नाममात्र के कपड़े, फिर भी उनके चेहरे पर पूरी तरह शांति और स्थिरता ऐसी कि जैसे उनके लिए सर्दी,गर्मी और बारिश का अस्तित्व ही ना हो। रैडिट पर शेयर ये वायरल वीडियो आज इंटरनेट पर आश्चर्य और श्रद्धा का पर्याय बन गया है।
कौन है “हिमालय का तपस्वी”
कौलान्तक पीठ से जुड़े इस योगी को लोग “हिमालय का तपस्वी” कहते हैं। कथित तौर पर वे दशकों से हिमालय में सिद्ध योग की साधना कर रहे हैं। इसे साइंस के युग में श्वास नियंत्रण और देह-ताप के नियमन की कला कहा जाता है। हिमालय के निर्जन क्षेत्रों में संत ने योग साधना से अपने शरीर और मन दोनों को इतना अनुशासित कर लिया है कि प्रकृति की प्रतिकूलता उनके ध्यान को भंग नहीं कर सकती।
साधु का ये तप केवल साहस नहीं, बल्कि हर इंसान की अंदर मौजूद ऊर्जा का परिचायक है। वैज्ञानिक नजरिए से देखें तो शरीर के तापमान को श्वांस और ध्यान के ज़रिए कंट्रोल करना ‘तुमो’ या ‘ग-तुम’ योग की विधि से मेल खाता है, इसका उल्लेख तिब्बती परंपराओं में भी मिलता है। इस अभ्यास के ज़रिए साधक अपनी देह में fire element को जगाकर कितनी भी सर्दी को बेअसर कर देता है।
भारत की महान परंपरा का परिचायक है योगी
वायरल वीडियो के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर इस साधु को हठी योगी भी कहा जा रहा है। कोई इसे भारत की प्राचीन योग परंपरा की जीवंत मिसाल कह रहा है, तो कोई मनुष्य की अद्भुत मानसिक शक्ति का प्रमाण दे रहा है। वहीं कई लोग इस दृश्य को देखते ही सिहर उठते हैं, लेकिन वे भारतीय अध्यात्म और हठ योग की गहराई को महसूस करते हैं। कुछ लोगों का मानना है कि ये एक एआई जनित वीडियो है।
दरअसल हिमालय सदियों से योगियों, साधु-संतों की तपोभूमि रहा है। यहां सांसारिक सीमाएं टूट जाती हैं और आत्मिक अनुशासन नई उंचाइयां को छू जाता है। यह वीडियो हमें याद दिलाता है कि भारत की सांस्कृतिक जड़ों में अब भी वह ताकत है, जो मनुष्य और प्रकृति के बीच अद्भुत संतुलन बना सकती है।
देखें माइनस 55 डिग्री में साधु के हठ योग का वायरल वीडियो-


