सार

इस महिला के साथ उसके परिवार वालों ने ही बुरा किया। जब पढ़ने की उम्र थी तब उसे यौन दासी यानी सेक्स स्लेव (Sex Slave) बनाकर रखा। दूसरों के पास सोने के लिए भेजा। बाद में एक अन्य महिला ने धोखा किया और उसका गैंग रेप कराया। पढ़िए जेसा डिलो (Jessa Dillow) की मार्मिक स्टोरी। 

नई दिल्ली। यह ऐसी महिला की कहानी है, जिसे सबसे ज्यादा उसके परिवार वालों ने दुखी किया। परिवार से बचकर निकली तो समाज के ठेकेदारों ने परेशान किया। जब कुछ अच्छा होने की उम्मीद खत्म हो गई, तभी एक परिवार ने सहारा दिया और रास्ते बदल गए। किस्मत भी बदलने लगी। बुरा वक्त अच्छे वक्त के रास्ते पर चल पड़ा। 

हम बात कर रहे हैं जेसा डिलो नाम की उस महिला की, जो कनाडा के टोरंटो में रहती हैं। 34 वर्षीय जेसा के अनुसार, खुद मेरे परिवार ने बचपन में मेरा शोषण किया। मुझे बुरी तरह प्रताड़ित किया। यह परिवार ही था, जिसने पैसों के लिए मुझे बेच दिया। जिन्होंने खरीदा मुझे गुलाम बनाकर रखा। जी हां, साधारण गुलाम नहीं बल्कि, सेक्स स्लेव। इस परिस्थिति से मुझे लंबे वक्त तक गुजरना पड़ा। 

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बेहतर जीवन की उम्मीद छोड़ चुकी थी 
जेसा के मुताबिक, मैं इस जन्म में बेहतर जीवन जीने की उम्मीद छोड़ चुकी थी। मगर तभी एक परिवार ने उम्मीद की किरण दिखाई। भरोसा टूट चुका था मगर आगे बढ़ी। हालांकि, यह मेरे डर और मेरी उस समय की सोच के बिल्कुल विपरित था। इस परिवार से मुझे सहारा मिला। उन्होंने मुझे पढ़ाया-लिखाया। मेरी शादी भी कराई। 

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मैंने ठान लिया था, बाहर निकली तो नेक रास्ते पर चलूंगी 
जेसा ने बताया कि अपने साथ अच्छा होने के बाद मैंने सोचा पता नहीं और कितने बच्चे ऐसे होंगे, जिन्हें बचपन से मेरी तरह यातनाएं सहनी पड़ती होंगी। चूंकि किसी ने मेरी मदद की और मुझे इस गंदगी से बाहर निकाला, तो मैंने यह ठान लिया कि मैं खुद भी ऐसे लोगों की मदद का जरिया बनूंगी। फिर क्या था। मैंने एक एनजीओ बनाया और इस नेक रास्ते पर आगे बढ़ चली। 

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महिला ने मदद की बजाय मेरे साथ धोखा किया 
जेसा ने बताया कि परिवार ने मुझसे कहा कि छोटी लड़कियां स्कूल नहीं जाती हैं। मेरा शोषण हुआ। पढ़ाने की जगह मुझे होटल में काम करने के लिए भेजा जाता। कुछ दिन बाद दूसरे लोगों के पास भेजा जाना लगा। मेरी स्थिति बदतर हो गई थी। तभी एक महिला मुझे मिली, जो मुझे सेफ हाउस  ले गई। मगर इस महिला ने धोखा दिया और मुझे पुरुषों के साथ सोने के लिए मजबूर किया गया। मेरा गैंगरेप भी हुआ। 

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पति के साथ अब एनजीओ चला रही और बच्चों की मदद कर रही 
जेसा के अनुसार, मैं वापस सेफ हाउस भाग आई। एक दंपति ने मुझे गोद लिया। मुझे पढ़ाया-लिखाया और अपने घर का सदस्य बनाया। 2015 में जॉन नाम के शख्स से मेरी शादी कराई गई। इसके हम पति-पत्नी ने मिलकर एक एनजीओ बनाया और ऐसे बच्चों के लिए काम करना शुरू किया, जिनकी तस्करी होती है। मैंने सब कुछ झेला, मैं चाहती हूं, दूसरा कोई न झेले।