अंटार्कटिका में छह महीने की रिसर्च, सैलरी 1.3 करोड़ रुपये। आर्थिक रूप से फायदेमंद होने के बावजूद, युवक इस बात को लेकर उलझन में है कि यह नौकरी करे या नहीं, क्योंकि उसे अंटार्कटिका में अकेलेपन का डर है।
अच्छी सैलरी वाली नौकरी कौन नहीं चाहता। पढ़ाई पूरी करने के बाद से हर किसी का यही सपना होता है। लेकिन, एक 29 साल के पर्यावरण रिसर्चर को मोटी सैलरी वाली नौकरी मिली है। छह महीने के रिसर्च कॉन्ट्रैक्ट के लिए 1.3 करोड़ रुपये का सैलरी पैकेज। फिर भी, वह इस उलझन में हैं कि इसे स्वीकार करें या नहीं। वजह कुछ और नहीं, बल्कि जॉब लोकेशन है, जो अंटार्कटिका में है।
यह रिसर्च अंटार्कटिका के मैक्मुर्डो स्टेशन पर करनी होगी। सैलरी के अलावा, खाना, रहना, हवाई यात्रा और उपकरणों सहित सभी जरूरी खर्चे पूरी तरह से फ्री हैं। युवक ने सोशल मीडिया पर अपनी दुविधा शेयर करते हुए बताया कि भले ही इतने कम समय में यह कमाई बहुत ज्यादा है, लेकिन वह इस मौके को लेने में झिझक रहा है। उसने अपनी पर्सनल लाइफ और पारिवारिक रिश्तों पर पड़ने वाले असर की चिंता जताई।
उसने बताया कि रहने का खर्च बहुत कम होने की वजह से सैलरी का बड़ा हिस्सा बचाया जा सकता है, लेकिन दुनिया के सबसे अलग-थलग माहौल में छह महीने बिताना कोई आसान बात नहीं लगती। हालांकि, उसने यह भी लिखा कि अगर वह यह नौकरी करता है, तो यह उसे अपने वित्तीय लक्ष्यों के करीब पहुंचने में मदद करेगी। उसने माना कि एक तरफ करियर और पैसों का फायदा है, तो दूसरी तरफ अपने पार्टनर और सामान्य जीवन से दूर रहने की चुनौती है, ऐसे में वह कई बार सोच रहा है कि क्या फैसला ले।
सोशल मीडिया पर पोस्ट देखने के बाद कई लोगों ने उन्हें यह मौका अपनाने की सलाह दी, जो उनके करियर और बचत के लिए एक बड़ा बूस्ट हो सकता है। वहीं, कुछ अन्य लोगों ने अंटार्कटिका में जीवन की भावनात्मक और सामाजिक चुनौतियों के बारे में चेतावनी भी दी।
