एक बेटे ने कैंसर से जूझ रही अपनी माँ की अंतिम इच्छा पूरी की। उसने होटल में कमरा बुक कर उन्हें ताजमहल दिखाया, जो उनका जीवन भर का सपना था। इस मुलाकात के 15 दिन बाद माँ का निधन हो गया और यह परिवार की आखिरी यादगार तस्वीर बन गई।

कभी-कभी ज़िंदगी में पीछे मुड़कर देखने पर लगता है कि हमारी सबसे बड़ी उपलब्धियां धन-दौलत या सफलता नहीं हैं। बल्कि, वो छोटे-छोटे पल हैं जो हमें खुशी, शांति और सुकून देते हैं। यह कहानी सुनने के बाद आपको भी ऐसा ही महसूस होगा। हाँ, जिन्होंने हमारे लिए सब कुछ त्याग दिया, अगर हम उन्हें ही खुशी न दे पाएं तो कैसे चलेगा? अब आप सोच रहे होंगे कि ये सब बातें क्यों? दरअसल, हाल ही में एक शख्स ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट शेयर किया है। रेडिट पर उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने अपनी माँ की सबसे बड़ी इच्छा पूरी की, जो एक जानलेवा बीमारी से जूझ रही थीं।

रेडिट पोस्ट में क्या है? 

उस शख्स ने अपनी पोस्ट में लिखा, "अप्रैल 2021 तक, मेरी माँ चौथे स्टेज के कैंसर से जूझ रही थीं और उन्हें अच्छी तरह पता था कि उनका अंत करीब है। मेरे पिता संयुक्त राष्ट्र शांति सेना (UN Peacekeeping Force) में सेवा दे रहे थे, इसलिए माँ इलाज के लिए हर दो हफ़्ते में ग्वालियर से दिल्ली अकेले सफ़र करती थीं। मेरी माँ का जन्म आगरा और कानपुर के बीच एक छोटे से गाँव में हुआ था। उन्होंने अपनी ज़िंदगी में कभी भी ताज महल को करीब से नहीं देखा था। यह उनका ज़िंदगी भर का सपना था।

मुझे 2017 में, द ओबेरॉय अमरविलास (The Oberoi Amarvilas) में पहली नौकरी मिली। उस होटल से मेरा एक गहरा जुड़ाव था। मैंने मेहमाननवाज़ी का असली मतलब यहीं सीखा। जब मेरे पिता घर लौटे, तो मैंने अपने माता-पिता के लिए एक खास पल बनाने का फैसला किया। मैंने उनके लिए अपने होटल में एक कमरा बुक किया, जहाँ से वे सामने से ताज महल देख सकते थे।

माँ की तबीयत ठीक नहीं थी, इसलिए उन्हें चलने में मुश्किल हो रही थी। लेकिन कमरे से ताज का खूबसूरत नज़ारा देखकर उनका ज़िंदगी भर का सपना सच हो गया। शायद माँ को होटल का खाना पसंद नहीं आया, यह उनके स्वाद के लिए बहुत फीका था, या शायद उस आलीशान माहौल में उन्हें घर जैसा महसूस नहीं हुआ। लेकिन दर्द के बावजूद, उनके चेहरे पर एक अनोखी खुशी झलक रही थी।

कीमोथेरेपी के बाद माँ का दर्द बढ़ गया, इसलिए परिवार पूरी रात वहाँ नहीं रुक सका, फिर भी उन कुछ घंटों में, मेरी माँ ने एक ऐसा सपना जी लिया जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी।

15 दिन बाद मां का निधन हो गया

उस शख्स ने आगे लिखा कि भले ही माँ को खाना या रहना पसंद नहीं आया, लेकिन वह कमरा उनके लिए बहुत आलीशान था। शायद माँ को मुझ पर गर्व महसूस हो रहा था। पंद्रह दिन बाद माँ का निधन हो गया।

परिवार की आखिरी तस्वीर

उस होटल की तस्वीर उस शख्स के परिवार की आखिरी और सबसे कीमती तस्वीर बन गई। इस दिल छू लेने वाली पोस्ट ने हज़ारों लोगों के दिलों को छुआ। इसे 2.3 हज़ार से ज़्यादा अपवोट्स मिले। कई यूज़र्स ने भावुक कमेंट्स किए। उन्होंने माँ के लिए बेटे के प्यार की तारीफ़ की और बताया कि कैसे इस कहानी ने उनकी आँखों में आँसू ला दिए।