सार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नाथन एंडरसन की कंपनी के एक खुलासे की वजह से अडानी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों में बुधवार को काफी गिरावट आई है। वहीं सोशल मीडिया पर नाथन एंडरसन का नाम वायरल हो रहा है
ट्रेंडिंग डेस्क. अमेरिका के एक शख्स का नाम सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। ये शख्स है नाथन एंडरसन, दावा किया जा रहा है कि इस शख्स की रिसर्च कंपनी Hindenburg Research की एक नेगेटिव रिपोर्ट की वजह से भारत व एशिया के सबसे रईस बिजनेसमैन गौतम अडानी को हजारों करोड़ रु का झटका लगा है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला
हिंडनबर्ग के मालिक हैं नाथन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नाथन एंडरसन की कंपनी के एक खुलासे की वजह से अडानी ग्रुप (Adani Group) के शेयरों में बुधवार को काफी गिरावट आई है। वहीं सोशल मीडिया पर नाथन एंडरसन का नाम वायरल हो रहा है, जो हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी के मालिक हैं। कहा जा रहा है कि इसी शख्स की वजह से अडानी ग्रुप को इतना बड़ा नुकसान हुआ है।
क्या है हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में?
Hindenburg Research की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अडानी ग्रुप में कुछ गड़बड़ है। इस ग्रुप ने अपनी रिसर्च के जरिए अडानी ग्रुप पर आरोप लगा दिया कि ग्रुप द्वारा शेयरों और अकाउंट में गड़बड़ी की जा रही है। हालांकि, इस दावे में कितनी सच्चाई है ये तो वक्त ही बताएगा।
अडानी ग्रुप को बदनाम करने की साजिश?
अपने ऊपर लग रहे आरोपों को अडानी ग्रुप ने सिरे से खारिज कर दिया है। ग्रुप ने हिंडनबर्ग की इस रिपोर्ट को फालतू बताते हुए कहा है कि उसके नए एफपीओ के लॉन्च होने से पहले अडानी ग्रुप को बदनाम करने की साजिश की जा रही है। बता दें कि शुक्रवार को अडानी ग्रुप का 20,000 करोड़ रुपए का एफपीओ लॉन्च हो रहा है।
अडानी की नेटवर्थ हुई कम?
इसी बीच ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स ने एक रिपोर्ट शेयर करते हुए कहा कि हिंडनबर्ग के खुलासे के बाद अडानी की नेटवर्थ 113 अरब डॉलर रह गई है और वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में चौथे नंबर पर खिसक गए हैं।
कौन है नाथन एंडरसन? और क्या है हिंडनबर्ग?
नाथन एंडरसन (Nathan Anderson) हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी के संस्थापक हैं। उन्होंने 2017 में इस कंपनी की स्थापना की थी। ये कंपनी एक फोरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च कंपनी है जो इक्विटी, क्रेडिट आदि ट्रांजेक्शन को एनालाइज करती है। बता दें कि इस कंपनी के मालिक नाथन एंडरसन इंटरनेशनल बिजनेस में डिग्री ले चुके हैं और इंजराइल में एक एम्बुलेंस ड्राइवर भी रह चुके हैं।
इतनी कंपनियों पर की रिसर्च
Hindenburg पिछले 6 सालों में 36 से ज्यादा कंपनियों में संभावित गड़बड़ियों का खुलासा कर चुकी है। ये फाइनेंशियल रिसर्च के बाद किसी भी कंपनी के बारे में खुलासा करती है और प्रॉफिट कमाने के लिए उसी कंपनी के खिलाफ बोली भी लगा देती है।
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